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कड़कड़ाती ठंड और बारिश में भी डटे हुए हैं किसान, कहा- आशा है सरकार वापस लेगी कानूून

शंभू टोल प्लाजा पर प्रदर्शन कर रहे किसानों ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि सरकार इन काले कानून को वापस लेगी. आने वाले 4 जनवरी को दोबारा से किसान और सरकार के बीच बातचीत होगी.

Protest of farmers continues even in cold winter in shabhu border
Protest of farmers continues even in cold winter in shabhu border
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Published : Jan 2, 2021, 3:13 PM IST

अंबाला: कृषि के तीनों कानूनों के विरोध में समूचे हरियाणा के टोल प्लाजा पर किसानों द्वारा दिया जा रहा धरना प्रदर्शन आज 9वें दिन में प्रवेश कर चुका है. किसानों ने कहा की आगामी 4 जनवरी की वार्ता को लेकर वो काफी आशान्वित हैं और उन्हें उम्मीद है कि सरकार कृषि के तीनों कानूनों को वापस ले लेगी.

ईटीवी भारत के साथ बातचीत में शंभू टोल प्लाजा पर लगातार धरना प्रदर्शन कर रहे किसानों ने कहा कि बीते दिन हुई सरकार के साथ बातचीत में सरकार ने पराली और बिजली को लेकर किसानों की मांग भले ही मान ली हो. लेकिन हमारी मुख्य मांग कृषि के तीनों कानूनों को वापस लेना अभी भी वहीं की वहीं अटकी हुई है.

कड़कड़ाती ठंड और बारिश में भी डटे हुए हैं किसान, देखें वीडियो

किसानों ने कहा कि हमें पूरी उम्मीद है कि आगामी 4 जनवरी को होने वाली वार्ता में केंद्र सरकार कृषि के तीनों कानूनों को वापस ले लेगी अन्यथा ये आंदोलन और भी सक्रिय होकर दिल्ली की तरफ कूच करेगा. वहीं किसान आंदोलन में 45 से अधिक किसानों की अब तक मृत्यु हो चुकी है जिसको लेकर किसानों ने कहा कि सरकार को जल्द से जल्द हमारी मांगों को प्रमुखता से मानना चाहिए.

ये भी पढ़ें- आंदोलन का 38वां दिन : केंद्र के साथ वार्ता विफल होने पर सख्त कदम उठाएंगे किसान

साथ ही उन्होंने कहा कि यदि कोई बीजेपी का कार्यकर्ता कहीं पर मारा जाता है तो उसे शहीद का दर्जा दिया जाता है तो ऐसे में हमें वो किस श्रेणी में रखेंगे. इसके अलावा शंभू टोल प्लाजा पर धरना प्रदर्शन कर रहे किसानों ने 'वी आर फार्मर नॉट टेरेरिस्ट' के स्टीकर अपने कपड़ों पर लगाए हुए हैं. किसानों ने कहा कि केंद्र सरकार किसान आंदोलन में राजनीतिकरण करने की कोशिश कर रही है.

अंबाला: कृषि के तीनों कानूनों के विरोध में समूचे हरियाणा के टोल प्लाजा पर किसानों द्वारा दिया जा रहा धरना प्रदर्शन आज 9वें दिन में प्रवेश कर चुका है. किसानों ने कहा की आगामी 4 जनवरी की वार्ता को लेकर वो काफी आशान्वित हैं और उन्हें उम्मीद है कि सरकार कृषि के तीनों कानूनों को वापस ले लेगी.

ईटीवी भारत के साथ बातचीत में शंभू टोल प्लाजा पर लगातार धरना प्रदर्शन कर रहे किसानों ने कहा कि बीते दिन हुई सरकार के साथ बातचीत में सरकार ने पराली और बिजली को लेकर किसानों की मांग भले ही मान ली हो. लेकिन हमारी मुख्य मांग कृषि के तीनों कानूनों को वापस लेना अभी भी वहीं की वहीं अटकी हुई है.

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किसानों ने कहा कि हमें पूरी उम्मीद है कि आगामी 4 जनवरी को होने वाली वार्ता में केंद्र सरकार कृषि के तीनों कानूनों को वापस ले लेगी अन्यथा ये आंदोलन और भी सक्रिय होकर दिल्ली की तरफ कूच करेगा. वहीं किसान आंदोलन में 45 से अधिक किसानों की अब तक मृत्यु हो चुकी है जिसको लेकर किसानों ने कहा कि सरकार को जल्द से जल्द हमारी मांगों को प्रमुखता से मानना चाहिए.

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साथ ही उन्होंने कहा कि यदि कोई बीजेपी का कार्यकर्ता कहीं पर मारा जाता है तो उसे शहीद का दर्जा दिया जाता है तो ऐसे में हमें वो किस श्रेणी में रखेंगे. इसके अलावा शंभू टोल प्लाजा पर धरना प्रदर्शन कर रहे किसानों ने 'वी आर फार्मर नॉट टेरेरिस्ट' के स्टीकर अपने कपड़ों पर लगाए हुए हैं. किसानों ने कहा कि केंद्र सरकार किसान आंदोलन में राजनीतिकरण करने की कोशिश कर रही है.

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