अंबाला: कोरोना महामारी के चलते देशभर में किए गए लॉक डाउन से शायद ही कोई ऐसा सेक्टर अछूता रह गया हो जिसे आर्थिक मंदी से ना जूझना पड़ रहा हो. पेट्रोल, डीजल फिलिंग स्टेशन पर भी लॉकडाउन की वजह से आर्थिक मंदी की मार देखने को मिल रही है.
ईटीवी भारत हरियाणा की टीम से बातचीत में इंडियन ऑयल पेट्रोल पंप के मैनेजर सुरेंद्र पाल ने बताया कि लॉकडाउन से हमें खासा नुकसान हुआ है. उन्होंने बताया कि लॉकडाउन से पहले पेट्रोल और डीजल की तकरीबन 6 से 7 हजार लीटर तक सेल हुआ करती थी. लॉकडाउन में घटकर 500 से 1000 लीटर तक रह गई.
सुरेंद्र पाल ने कहा कि लॉकडाउन के दौरान जो वर्कर लोकल में रह रहे थे, सिर्फ वो ही अपनी सेवाएं दे रहे थे. जो वर्कर दूरदराज के इलाकों से आया करते थे वो अपनी सेवाएं देने में असमर्थ थे. सुरेंद्र पाल ने कहा कि बताया कि जो वर्कर अपनी सेवाएं दे रहे थे उनकी सैलरी बाकायदा उनके खातों में भेजी भी गई है.
ये भी पढ़ें- छोटे उद्योगों को पटरी पर लाने के लिए सरकार ने एमएसएमई निदेशालय कमेटी बनाई: दुष्यंत चौटाला
इंडियन ऑयल पेट्रोल पंप के मैनेजर सुरेंद्र पाल ने कहा कि लॉकडाउन के काफी कुछ बदल दिया है. जो ग्राहक पहले अपने वाहन की टंकी फुल करवाया करते थे वो अब उस मात्रा में पेट्रोल डीजल नहीं भरवाते. जिसकी वजह से भी पेट्रोल पंप डीलरों को नुकसान हो रहा है.