अंबाला: लंबे समय से धरने पर बैठे वर्ल्ड मेडिकल कॉलेज के छात्र-छात्राओं ने स्वास्थ्य मंत्री से मुलाकात की. स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने कॉलेज के करीब 100 विद्यार्थियों से बातचीत की. विद्यार्थियों ने स्वास्थ्य मंत्री के सामने अपनी मांगें रखीं और अपने भविष्य के लिए फरियाद लगाई.
छात्रा योगिता ने बताया कि हमने सरकार की तरफ से आयोजित काउंसलिंग के तहत नीट पीएमटी परीक्षा उत्तीर्ण करने के बाद इस कॉलेज में दाखिला लिया था. मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया ने अपने निरीक्षण के दौरान वर्ल्ड मेडिकल कॉलेज में शिक्षण और दूसरे क्षेत्रों में घोर कमी का आंकलन किया. साथ ही जांच में यह तथ्य सामने आए थे कि संस्थान में छात्रों की मूलभूत शिक्षा प्रदान करने में असमर्थ है. इसके बाद भी अनदेखी की जा रही है.
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उन्होंने बताया कि मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया के निरीक्षण के दौरान खरे नहीं उतरने के कारण पिछले 3 सालों से हमारे कॉलेज को मान्यता नहीं मिली है. इसीलिए कॉलेज में पढ़ रहे 148 बच्चों कि सिर्फ एक कक्षा है और हम अपने भविष्य को लेकर बहुत विचलित हैं.
योगिता का कहना है कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने पिछले सत्र के दौरान यह ऐलान किया था कि 148 बच्चों को जल्द से जल्द दूसरे मेडिकल कॉलेजेस में शिफ्ट किया जाएगा, लेकिन अभी तक कोई कदम नहीं उठाए गए.