अंबाला: कोरोना महामारी से बचाव के चलते प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पूरे देश को 21 दिनों के लिए लॉकडाउन किया है. अंबाला शहर विधानसभा क्षेत्र में स्थित एशिया की सबसे बड़ी होलसेल कपड़ा मार्केट भी पूरी तरह शट डाउन है. ऐसे में कपड़ा मार्केट के व्यपारियो की धरोहर यानी उनकी दुकानों की हिफाजत का सारा जिम्मा चौकीदारों ने उठाया है, लेकिन अफसोस जो चौकीदार व्यापारियों के लाखों-करोड़ों के सामान की हिफाजत कर रहे हैं, उन चौकीदारों की सुरक्षा की चिंता किसी को नहीं है.
ईटीवी भारत की टीम ने जब एशिया की सबसे बड़ी होलसेल कपड़ा मार्केट में तैनात चौकीदारों से बात की तो उन्होंने बताया कि यहां पर लगभग 3500 से 4000 दुकानें हैं. लॉकडाउन के चलते उन्हें अब 24 घंटे ड्यूटी करनी पड़ रही है. इसके इलावा उन्होंने बताया कि उनका राशन भी लगभग खत्म हो चुका है और अब वो कभी लंगर से पेट भर रहे हैं तो कभी भूखे पेट ही सो रहे हैं.
अंबाला के कपड़ा मार्केट में पहरा देने वाले ज्यादातर चौकीदार नेपाल के थे. जो लॉकडाउन की वजह से घर नहीं जा पाए. वहीं इस दौरान चौकीदार बिना सुरक्षा उपकरणों के भी मिले. उन्होंने कहा कि उनके पास खाने तक के पैसे नहीं है, ऐसे में वो मास्क और सैनिटाइजर कहां से खरीद पाएंगे.
ये भी पढ़िए: कोरोना: जानिए कौन सा सैनिटाइजर है सबसे बेहतर और कैसे होगी नकली की पहचान ?
चौकीदारों ने बताया कि वो भी घर जाना चाहते हैं, लेकिन लॉकडाउन की वजह से वो घर नहीं जा पा रहे हैं. उनके घरवाले भी उनके लिए परेशान हैं. वहीं उन्होंने बताया कि उन्हें अभी दुकान मालिकों ने सैलरी नहीं दी है. जब वो मालिक से सैलरी मांगते है तो वो उन्हें ड्यूटी करने के लिए कह देता है. वहीं चौकीदारों ने सरकार से राशन मुहैया कराने की भी गुहार लगाई.