अबाला: लॉकडाउन के दौरान खरखौदा में हुए शराब घोटाले को लेकर हरियाणा के गृह मंत्री और उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला के पहले दिन से ही विपरीत बयान सुनाई दिए हैं. हाल ही में उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने कहा था कि प्रदेश में कोई शराब घोटाला नहीं हुआ, वो तो सिर्फ पुलिस के गोदाम से शराब चोरी हुई थी.
इस पर हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज एक बार फिर उप मुख्यमंत्री के बयान पर विपरीत नजर आ रहे हैं. हालांकि विज ने मामले में कोई बयान न देने की बात कही है, लेकिन विज ने ये भी स्पष्ट कर दिया कि मामले की एसईटी जांच कर रही है. एसईटी की रिपोर्ट आने से पहले कुछ कहना SET के अस्तित्व पर सवाल खड़े करना है.
कैबिनेट विस्तार के संकेत
हरियाणा में उप मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने कैबिनेट विस्तार के संकेत दिए थे. इस पर जब अनिल विज से मीडिया ने सवाल किया तो विज ने कहा कि दुष्यंत चौटाला अपने कोटे से मंत्री बना सकते हैं.
कैसे हुई तस्करी?
खरखौदा में बाइपास पर शराब तस्करी के करीब 15 मामलों में नामजद भूपेंद्र का शराब गोदाम है. यह गोदाम भूपेंद्र ने अपनी मां कमला देवी के नाम पर काफी वक्त से किराए पर ले रखा है. आबकारी विभाग और पुलिस ने साल 2019 के फरवरी और मार्च में छापामारी की कार्रवाई करते हुए गोदाम में बड़े स्तर पर अवैध शराब पकड़ी थी. इसके साथ ही सात ट्रकों में पकड़ी गई शराब भी इस गोदाम में रखी गई थी.
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'नहीं होगी प्राइवेट अस्पताल में मनमानी'
पिछले कुछ दिनों से हरियाणा के प्राइवेट अस्पतालों से कोरोना को लेकर मनमानी फीस वसूलने के मामले आ रहे थे. इस पर गृह मंत्री अनिल विज ने कहा कि कोई भी प्राइवेट अस्पताल कोरोना के इलाज के लिए अधिक दाम नहीं वसूलेगा. सरकार ने इसके लिए दाम निर्धारित कर दिए हैं. जिसके तहत कोई भी अस्पताल 18 हजार से ज्यादा नहीं लेगा.