अंबाला: लॉकडाउन पांच रियायतों के साथ लागू हुआ है, इसके लागू होने के बाद हरियाणा-दिल्ली का बॉर्डर चर्चा की विषय बन गया है. अनलॉक 1 से पहले यानी लॉकडाउन 4 तक हरियाणा ने दिल्ली के साथ लगती सभी सीमाओं को सील कर रखा था. जबकि दिल्ली ने हरियाणा से लगते बॉर्डर को सील नहीं किया था.
अब अनलॉक 1 में हरियाणा सरकार ने हरियाणा-दिल्ली बॉर्डर को खोल दिया है. वहीं दिल्ली सरकार ने दिल्ली-हरियाणा बॉर्डर को सील कर दिया है. इस तरह दोनों राज्यों में बॉर्डर सील करने पर अब आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया है.
बॉर्डर विवाद पर गृहमंत्री अनिल विज ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर निशाना साधा और कहा कि ये MHA यानी मिनिस्ट्री ऑफ होम अफेयर का फैसला बताया. अनिल विज ने कहा कि हरियाणा ने केंद्र सरकार के फैसले का पालन किया है, लेकिन दिल्ली के सीएम केजरीवाल ने तो केंद्र सरकार के उल्टा चलना होता है. इनका एजेंडा राजनीतिक है.
बता दें कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा है कि दिल्ली में दूसरे राज्यों के मरीजों का इलाज नहीं किया जाएगा. केजरीवाल के इस फैसले पर गृहमंत्री अनिल विज ने कहा कि केजरीवाल का ये फैसला किसी भी हालत में बर्दाश्त नहीं किया जा सकता. क्योंकि दिल्ली में जो भी इंफ्रास्ट्रक्चर बना है वो पूरे देश के लिए बना है. विज ने कहा कि शुरु के 50 सालों में सरकारों ने दिल्ली के अलावा किसी बात पर ध्यान नहीं दिया. सभी संस्थान वहां बनाए अब अगर केजरीवाल ये कहेंगे कि वो बहरी व्यक्ति को दिल्ली नहीं आने देंगे तो ये जायज बात नहीं है.
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कांग्रेस के राष्ट्रिय प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला भी दिल्ली-बॉर्डर खोले जाने पर अपनी आपत्ति जता चुके हैं. सुरजेवाला की इसी आपत्ति पर अनिल विज ने सुरजेवाला को आड़े हाथों लेते हुए मुंबई जाकर रहने की सलाह दी. अनिल विज ने कहा कि सुरजेवाला ने हर चीज का विरोध करना है और वो रोज ज्ञान बांटते हैं. विज ने कहा कि सुरजेवाला अपनी सरकारों को ज्ञान क्यों नहीं बांटते?