अंबालाः शुक्रवार को हरियाणा सरकार और रोडवेज कर्मचारियों के बीच हुई खींचातानी में रोडवेज कर्मचारियों की गिरफ्तारी के बाद से रोडवेज कर्मचारियों में भारी रोष है. इसको लेकर आज अंबाला में हरियाणा रोडवेज के कर्मचारियों ने 2 घंटे की हड़ताल की. इस दौरान डिपो पर भी ताला जड़ दिया गया वहीं बसों के भी चक्के थमे रहे.
2 घंटे की सांकेतिक हड़ताल
गुरुग्राम, फरीदाबाद और पलवल से किलोमीटर स्कीम की बसें चलाने को लेकर सरकार और कर्मचारियों के बीच गुरुग्राम में खींचा तानी हो गई थी. उसके बाद हरियाणा रोडवेज तालमेल कमेटी के वरिष्ठ सदस्यों की गिरफ्तारी के बाद आज अंबाला में 2 घंटे की हड़ताल की गई. हड़ताल के दौरान कर्मचारियों ने मांग की कि अगर जल्द ही रोडवेज कर्मचारियों को नहीं छोड़ा गया तो ये हड़ताल और भी लंबी खींची जाएगी.
घोटाले के बावजूद सरकार बेपरवाह- महावीर पाई
तालमेल कमेटी के सदस्य महावीर पाई ने बताया कि हरियाणा सरकार द्वारा किलोमीटर स्कीम की बसें चलाने को लेकर पहले भी 18 दिन की हड़ताल की गई थी, जिसमें लगभग 900 करोड. रुपए का घोटाला सामने आया था. उसके बावजूद भी तत्कालीन परिवहन मंत्री और मौजूदा परिवहन मंत्री प्रदेश के अंदर किलोमीटर स्कीम की बसें चलाने को लेकर अड़े हुए हैं.
अनिश्चिलकालीन तक जा सकती है हड़ताल- महावीर पाई
उन्होंने कहा कि फिलहाल तालमेल कमेटी द्वारा प्रदेश के सभी रोडवेज डिपो में 2 घंटे की हड़ताल रखी गई है और यदि सरकार तालमेल कमेटी के वरिष्ठ सदस्यों और गुरुग्राम के लगभग डेढ़ सौ कर्मचारियों को रिहा नहीं करती है तो ये हड़ताल अनिश्चितकालीन तक चलेगी. उन्होंने कहा कि ये तो ट्रेलर है आगामी 8 जनवरी को बड़े पैमाने पर उतरकर हम इसका विरोध करेंगे.
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वहीं सर्व कर्मचारी संघ के महासचिव सतीश सेठी ने कहा कि सरकार को बार-बार किलोमीटर स्कीम की बसें ना चलाने का आग्रह किया गया, लेकिन उसके बावजूद सरकार थमने का नाम नहीं ले रही है. वहीं रोडवेज सदस्यों और सर्व कर्मचारी संघ के सदस्यों की गिरफ्तारी सरकार की दमनकारी और तानाशाही नीतियों को उजागर करती है. जिसे हम कतई बर्दाश्त नहीं करेंगे. उन्होंने कहा कि अगर सरकार में किलोमीटर स्कीम की बसें चलाने का निर्णय वापस नहीं लिया और तालमेल कमेटी के सदस्यों को रिहा नहीं किया तो ये हड़ताल नहीं थमेगी.
ये है रोडवेज कर्मचारियों की मुख्य मांगेंः
- चालक-परिचालक का वेतन मान बढ़ाया जाए
- 2003 के कर्मचारियों को पक्का किया जाए
- 365 कच्चे ड्राइवरों को पक्का करना
- 3 साल का पेंडिंग बोनस दिया जाए
- 18 दिन की हड़ताल के दौरान एस्मा के तहत दर्ज केस वापस लिए जाए
- किलोमीटर स्कीम को रद्द कर निजीकरण को रोका जाए
- 14 हजार सरकारी बसों को बेड़े में शामिल किया जाए
- 5 हजार जोखिम भत्त दिया जाए
- परिचालक का ग्रेड पे बढ़ाना
- कर्मचारियों की वेतन विसंगतियां दूर करना
- पुराना ओवर टाइम देना
- कर्मशाला कर्मचारियों की अवकाश कटौती पुन: बहाल करना
- चालक-परिचालकों व कर्मशाला स्टाफ को हरियाणा सरकार के कैलेंडर अनुसार अवकाश देना