अंबाला: हरियाणा में अब रोडवेज बसें पूरी सवारियों के साथ चलाई जाएंगी. इसकी अनुमति हरियाणा सरकार ने दे दी है. जिसको लेकर अब रोडवेज कर्मचारियों ने विरोध करना शुरू कर दिया है. अलग-अलग जिलों में रोडवेज की गेट मीटिंग भी की जा रही है.
इंटक के राज्य उप महासचिव रमन सैनी ने कहा कि कोरोना काल मे एक तरफ जहां सरकार आमजन को सोशल डिस्टेंसिंग, मास्क पहनने और सैनिटाइजर इस्तेमाल करने की लगातार सलाह दे रही है. वहीं रोडवेज कर्मियों के साथ धक्का किया जा रहा है.
उन्होंने बताया कि पहले सरकार ने बस में आधी सवारियों को बिठाने का निर्णय लिया था वो उचित था. उससे कोरोना से बचाव के सभी मापदंडों को पूरा किया जा रहा था, लेकिन अब जब सरकार ने बसों में फुल कैपेसिटी में सवारियां भरने का निर्णय लिया है. ऐसे में कोरोना से बचाव के किसी भी मापदंड को पूरा करना नामुमकिन है. सरकार अपने इस निर्णय को जल्द से जल्द वापस ले.
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उन्होंने कहा कि हमारे घरों में भी बाल बच्चे और बुजुर्ग हैं. भगवान ना करे अगर उन्हें हमारी वजह से कुछ हो जाए तो कौन जिम्मेदार होगा. इसके इलावा, उन्होंने बताया कि परिवहन मंत्री ने बीती जून तक कंडक्टरों को ई-टिकटिंग मशीन मुहैया करवाने की बात कही थी, लेकिन आज तक ई-टिकटिंग मशीन सरकार से मुहैया नहीं हो पाई है.
रमन सैनी ने कहा कि सरकार से हमारी हाथ जोड़कर अपील है कि हमारे और हमारे परिवार के बारे में भी सोचे. उन्होंने कहा कि आगामी 5 सितंबर को हमारा प्रतिनिधि मंडल परिवहन मंत्री से उनके आवास पर मिलेगा और अपनी मांगों को बताएगा, ताकि सरकार जल्द से जल्द इंसानियत विरोधी निर्णय को वापस ले.