अंबाला: किसान संगठनों के आह्वान पर आगामी 18 फरवरी 2020 को देशव्यापी रेल रोको आंदोलन किया जाएगा. जिसके मद्देनजर ईटीवी भारत की टीम अंबाला के शंभू बॉर्डर पर किसानों के बीच बातचीत करने पहुंची और जाना कि आखिरकार किस तरह से रेल रोको आंदोलन को कामयाब बनाने के लिए क्या तैयारियां किसानों द्वारा की जा रही हैं.
ईटीवी भारत के साथ बातचीत में अंबाला शंभू बॉर्डर पर बीते कई महीनों से लगातार धरना प्रदर्शन कर रहे किसानों ने बताया कि वो दिल्ली-अमृतसर रेल ट्रैक को नेशनल हाईवे के साथ सटे गांव शाहपुर में ब्लॉक करेंगे.
भारतीय किसान यूनियन अंबाला के जिला उपाध्यक्ष गुलाब सिंह ने बताया कि इस दौरान बाकायदा किसानों को हिदायतें दी गई हैं कि वो शांतिपूर्वक तरीके से इस आंदोलन में हिस्सा ले. उन्होंने बताया कि किसानों को पहले कसमें दिलाई जाएगी. उसके बाद ही उन्हें रेलवे ट्रैक पर बिठाया जाएगा. ताकि किसी भी सूरत में किसान रेल ट्रैक से उठे ना.
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वहीं धरने में शामिल युवा किसानों ने बताया कि इस बात को सुनिश्चित करने के लिए की रेल रोको आंदोलन के दौरान शांतिपूर्वक तरीके से रेल ट्रैक पर धरना दिया जाए. इसके लिए बाकायदा किसानों की ड्यूटी लगाई गई हैं. साथ ही उन्होंने केंद्र सरकार पर तंज कसते हुए कहा कि आखिर कब तक केंद्र सरकार हमारी मांगे नहीं मानेगी, जब तक केंद्र सरकार हमारी मांगे नहीं मानती तब तक हम भी पीछे नहीं हटेंगे.
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