अंबाला: किसान आंदोलन रविवार को 25वें दिन में प्रवेश कर चुका है. जिसके अंतर्गत केंद्र सरकार के शीर्ष नेताओं और किसानों के बीच 6 दौर की वार्ता भी हो चुकी है. उसके बावजूद भी अभी तक कृषि कानूनों को लेकर कोई नतीजा नहीं निकला.
वहीं दूसरी ओर 25 नवंबर से लेकर अब तक किसान आंदोलन के दौरान 30 से अधिक किसानों की मृत्यु हो चुकी है. जिसके मद्देनजर रविवार को अंबाला में किसानों द्वारा समूचे शहर में कैंडल मार्च निकालकर किसान आंदोलन में शहीद किसानों को श्रद्धांजलि दी गयी.
इस दौरान भारतीय किसान यूनियन के जिला उप प्रधान गुलाब सिंह ने कहा कि किसानों द्वारा शांतिपूर्वक तरीके से किये जा रहे आंदोलन को सरकार इस तरह अनदेखा ना करे. हमारी सरकार से अपील है कि जल्द से जल्द कृषि के तीनों काले कानूनों को वापस लें.
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उन्होंने कहा कि एक तरफ देश की सुरक्षा करते हुए जवान बॉर्डर पर शहीद हो रहा है वहीं दूसरी ओर किसान अपने खेतों को बचाने व हकों के किए सड़कों पर शहीद हो रहे हैं. केंद्र सरकार ने किसान विरोधी कानून बनाकर किसान को अपने ही खेत से बाहर निकालने का काम किया है.
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