अंबाला: शहर में एक और किसान ने अपनी फसल को बर्बाद कर दिया. किसान ने अपना ट्रैक्टर लेकर खेत में जा पहुंचा और अपनी गेहूं की फसल को नष्ट करने लग गया. इसके बाद जब किसान नेताओं को इस मामले की भनक लगी तो किसान नेताओं ने फसल नष्ट कर रहे किसान को फसल नष्ट करने से रोककर उसे समझाया.
भारतीय किसान यूनियन के नेता गुलाब सिंह मौके पर पहुंचे और उन्होंने किसान को समझाया कि वो अपनी फसल को बर्बाद ना करे बल्कि किसी गरीब या जरूरतमंद को दान कर दे. किसान नेता गुलाब सिंह ने बताया कि उन्हें सूचना मिली थी कि कोई किसान अपने खेत में खड़ी फसल को ट्रैक्टर से चला रहा है, जिसके बाद उन्होंने मौके पर पहुंच कर किसान को समझाया और उसे फसल बर्बाद करने से रोका.
किसान नेता ने सभी किसानों से अपील की कि अभी फसल को नष्ट करने का समय नहीं आया है. किसान नेता ने कहा कि जिस फसल को हम बच्चों की तरह पालते है उसे नष्ट नहीं करना है. क्योंकि हमारे देश में पहले ही भुखमरी है. किसान अपनी फसल को नष्ट करने की बजाए किसी जरूरतमंद को दें या फिर अपनी फसल को किसान आंदोलन में दान कर दें.
फसल को बर्बाद करने वाले किसान ने बताया कि वो फसल को मंडी में नहीं ले जा सकते हैं. क्योंकि सरकार 3 कृषि कानूनों को रद्द नहीं कर रही है. इसलिए किसान नेता राकेश टिकैत के आह्वान पर वो अपनी फसल को नष्ट कर रहा था, लेकिन भारतीय किसान यूनियन के नेता गुलाब सिंह ने उन्हें समझाया कि फसल को बर्बाद करने की बजाए वो अपनी फसल को गरीबों या किसान आंदोलन में दे. किसान ने बताया कि पिछले लंबे समय से वो दिल्ली बॉर्डर पर आंदोलन कर रहे हैं, लेकिन सरकार उनकी बात नहीं सुन रही है.
अपील साबित हो रही बेअसर!
गौरतलब है कि बीते कुछ दिनों में हरियाणा के कई जिलों में किसानों ने विरोध जताने के लिए अपनी फसल पर ट्रैक्टर चलाया है. हालांकि किसान नेता राकेश टिकैत और गुरनाम सिंह चढूनी की ओर से किसानों से ऐसा नहीं करने की अपील भी की जा चुकी है, लेकिन अब भी कई ऐसे किसान हैं जो अपनी फसल को बर्बाद करने से पीछे नहीं हट रहे हैं.