ETV Bharat / state

बाल कैदियों पर अत्याचार...! अधिकारियों के सामने पुलिस कर्मियों ने बच्चों को पीटा? - पुलिस कर्मियों ने मारा

अंबाला के बाल सुधार गृह पर बड़ा आरोप लगा है. आरोप है कि सुधार गृह में बाल कैदियों को दौड़ा दौड़ा कर पीटा गया. पिटाई कई बड़े अधिकारियों की मौजूदगी में की गई.

बाल कैदियों पर अत्याचार
author img

By

Published : Apr 15, 2019, 8:11 PM IST

अंबाला- बाल सुधार गृह में बाल कैदियों के साथ मारपीट की गई. जानकारी के मुताबिक 25 से 30 पुलिस कर्मियों ने बाल कैदियों की पिटाई की. पुलिस कर्मियों ने बाल कैदियों को दौड़ा-दौड़ा कर पीटा.

अधिकारियों की मौजूदगी में पिटाई
जानकारी के मुताबिक मामला बीते शुक्रवार का है. जब बाल सुधार गृह में टीवी देखने को लेकर बाल कैदियों के बीच विवाद हुआ. जिसे सुलझाने के लिए डीसीपीओ मनीषा,डीपीओ बलजीत कौर और नोडल अधिकारी मेघा सिंगला मौके पर पहुंची. जिसके बाद पुलिस कर्मियों ने अधिकारियों की मौजूदगी में ही बाल कैदियों की पिटाई की.

30 बच्चों को आई गंभीर चोटें
मारपीट में घायल बच्चों का जब मेडिकल कराया गया तो पता चला की उन्हें बेरहमी से पीटा गया है. करीब 30 से 35 बच्चों को गंभीर चोटें आई हैं. 3 बच्चों के फ्रेक्चर होने की भी ख़बर है.

बाल कैदियों पर अत्याचार...!

CWC ने लिया संज्ञान
मारपीट का मामला मीडिया में आने के बाद CWC ने इस पर संज्ञान लिया और CWC की कार्यकारी चेयर पर्सन डॉ. वंदना शर्मा बाल सुधार गृह पहुंची. जहां उन्होने बच्चों से 4 घंटे तक बातचीत की. उन्होंने बाल सुधार गृह के सुपरिटेंडेंट को सीसीटीवी फुटेज दिखाने को कहा जिसे सुपरिटेंडेंट ने मना किया. फिलहाल महिला और बाल सरंक्षण विभाग, मानव अधिकार आयोग ने मामले पर संज्ञान ले लिया है.

अंबाला- बाल सुधार गृह में बाल कैदियों के साथ मारपीट की गई. जानकारी के मुताबिक 25 से 30 पुलिस कर्मियों ने बाल कैदियों की पिटाई की. पुलिस कर्मियों ने बाल कैदियों को दौड़ा-दौड़ा कर पीटा.

अधिकारियों की मौजूदगी में पिटाई
जानकारी के मुताबिक मामला बीते शुक्रवार का है. जब बाल सुधार गृह में टीवी देखने को लेकर बाल कैदियों के बीच विवाद हुआ. जिसे सुलझाने के लिए डीसीपीओ मनीषा,डीपीओ बलजीत कौर और नोडल अधिकारी मेघा सिंगला मौके पर पहुंची. जिसके बाद पुलिस कर्मियों ने अधिकारियों की मौजूदगी में ही बाल कैदियों की पिटाई की.

30 बच्चों को आई गंभीर चोटें
मारपीट में घायल बच्चों का जब मेडिकल कराया गया तो पता चला की उन्हें बेरहमी से पीटा गया है. करीब 30 से 35 बच्चों को गंभीर चोटें आई हैं. 3 बच्चों के फ्रेक्चर होने की भी ख़बर है.

बाल कैदियों पर अत्याचार...!

CWC ने लिया संज्ञान
मारपीट का मामला मीडिया में आने के बाद CWC ने इस पर संज्ञान लिया और CWC की कार्यकारी चेयर पर्सन डॉ. वंदना शर्मा बाल सुधार गृह पहुंची. जहां उन्होने बच्चों से 4 घंटे तक बातचीत की. उन्होंने बाल सुधार गृह के सुपरिटेंडेंट को सीसीटीवी फुटेज दिखाने को कहा जिसे सुपरिटेंडेंट ने मना किया. फिलहाल महिला और बाल सरंक्षण विभाग, मानव अधिकार आयोग ने मामले पर संज्ञान ले लिया है.

Intro:अंबाला शहर स्थित ऑब्जरवेशन होम में बाल कैदियों के साथ दौड़ा दौड़ा कर मारपीट करने का मामला सामने आया है।


Body:बता दें कि यह मामला बीते शुक्रवार शाम का है जब ऑब्जरवेशन होम मैं लगे टेलीविजन को लेकर बाल कैदियों के बीच में विवाद पैदा हुआ और जिसे सुलझाने के लिए डीसीपीओ मनीषा, डीपीओ बलजीत कौर, एवं नोडल ऑफिसर मेघा सिंगला वहां पहुंची।

और साथ ही वहां पर 25 से 30 पुलिसकर्मी भी पहुंचे जिन्होंने बच्चों को दौड़ा-दौड़ा कर मारा पीटा और यह सारा वाक्य इन अधिकारियों की मौजूदगी में हुआ।

चिल्ड्रन वेलफेयर कमिटी की चेयर पर्सन डॉ वंदना शर्मा ने बताया कि इस सारे मामले के बारे में हमें मीडिया के जरिए पता लगा और हम तुरंत ऑब्जरवेशन होम के लिए रवाना हुए जिसके बाद हमें बच्चों से पता लगा कि शुक्रवार शाम को तो उनके साथ मारपीट हुई लेकिन शनिवार सुबह दोबारा उनके साथ मारपीट की गई जिसके बाद मैं और मेरी टीम रविवार को तकरीबन 4 घंटे लगाकर हमने बच्चों के साथ बातचीत करी और ऑब्जरवेशन होम के सुपरिटेंडेंट को सीसीटीवी कैमरे की फुटेज दिखाने के लिए भी कहा लेकिन उन्होंने हमें सीसीटीवी कैमरे की फुटेज नहीं दिखाई।

जिसके बाद हम ने बच्चों से बात करें और बच्चों ने अपनी आपबीती सुनाई और उन्होंने कहा कि तीनों अधिकारियों की मौजूदगी में हमें 25 से 30 पुलिसकर्मियों ने बुरी तरह मारा-पीटा जिसके चलते आज सुबह बच्चों का मेडिकल करवाया गया जिसमें से 30 से 35 बच्चों को गंभीर चोटें आई हैं और साथ ही 3 बच्चों के फ्रैक्चर होने की रिपोर्ट भी मिली है।

उन्होंने बताया कि हमने यह सारा मामला विमेन एंड चाइल्ड वेलफेयर डिपार्टमेंट, नेशनल कमिशन फॉर प्रोटेक्शन ऑफ चाइल्ड राइट्स एवं ह्यूमन राइट कमीशन के संज्ञान में ला दिया है।

बाइट- डॉ वंदना शर्मा,चेयर पर्सन, चिल्ड्रन वेलफेयर कमिटी

बता दें कि बाल कैदियों द्वारा ऑब्जरवेशन होम का एक सीसीटीवी कैमरा और टेलीविजन तोड़ा गया था। इसके अतिरिक्त ऑब्जरवेशन होम में कुल 67 बाल कैदियों को वहां रखा गया है हालांकि वहां सिर्फ 50 बाल कैदियों को ही रखने की व्यवस्था है। तो वहीं दूसरी ओर ऑब्जरवेशन होम में किसी भी तरह के काउंसलर की कोई व्यवस्था नहीं की गई है


Conclusion:
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.