अंबाला: योग गुरु रामदेव के बयान के बाद आयुर्वेद और एलोपैथी पर विवाद तेज हो गया है. इस बीच हरियाणा सरकार की ओर से पतंजलि की कोरोनिल दवा कोरोना मरीजों को बांटने का फैसला लिया गया है. इस पर हरियाणा के स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने अपनी प्रतिक्रिया दी है.
हरियाणा के स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने कहा हमने पतंजलि की किट बांटना शुरू कर दिया है. ये हम किसी को जबरदस्ती दे नहीं सकते. लोग इसे खाना भी चाहते हैं. आयुर्वेद और ऐलोपैथी अपनी-अपनी जगह है. लोगों का विश्वास आयुर्वेद पर भी है. मेरे डिपार्टमेंट अपनी-अपनी जगह कोरोना में योगदान दे रहे हैं. मेरे पास आयुष विभाग भी है, जिसके तहत ही ये किट बांटी जा रही है.
'2 डीजी दवा का दिया ऑर्डर'
अनिल विज ने आगे कहा कि भले ही आयुर्वेद का कोई साइंटिफिक सबूत ना हो, लेकिन लोग इस पर विश्वास जरूर करते हैं. हम योग प्रणायाम भी करवा रहे हैं. वहीं डीआरडीओ की ओर से बनाई गई 2 डीजी की 50 हजार गोलियों का ऑर्डर हरियाणा द्वारा दिया गया है. जिस पर हरियाणा के स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि माना जा रहा है कि इस गोली से ऑक्सीजन की डिपेंडेंसी कम हो जाती है और मरीज जल्द एक्टिव हो जाता है. हमने 50 हजार गोली का ऑर्डर किया है.
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क्या है हरियाणा सरकार का फैसला?
बता दें कि एलोपैथी और योग गुरु रामदेव में जारी विवाद के बीच हरियाणा सरकार ने बड़ा फैसला लिया है. हरियाणा में एक लाख मरीजों को पतंजलि कंपनी की कोरोनिल दवा मुफ्त बांटी जा रही है. इसका आधा खर्चा पतंजलि और आधा हरियाणा सरकार के कोविड राहत कोष से वहन किया जाएगा. वहीं हरियाणा आईएमए ने इसे फंड की वेस्टेज बताया है तो वहीं किसानों ने इसके बायकॉट की बात कही है.
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