ETV Bharat / state

रणदीप सुरजेवाला के खिलाफ नई SIT गठित, बिजली मंत्री रहते पद का दुरुपयोग करने का आरोप

रणदीप सुरजेवाला पर बिजली मंत्री रहते हुए पद के दुरुपयोग करने का आरोप लगा है. जिस पर एक्शन लेते हुए गृहमंत्री अनिल विज ने नई SIT गठित करने के आदेश दिए हैं.

anil vij orders to form sit against randeep surjewala
हमंत्री अनिल विज ने इस मामले में दिए नई SIT गठित करने के आदेश
author img

By

Published : Dec 9, 2019, 12:27 PM IST

अंबाला: कांग्रेस राष्ट्रीय प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला के खिलाफ गृहमंत्री अनिल विज के दरबार में शिकायत दाखिल की गई है. शिकायतकर्ता ने आरोप लगाए हैं कि ऊर्जा मंत्री रहते कांग्रेस राष्ट्रीय प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने करोड़ों रुपये का घोटाला किया.

विज के पास पहुंची सुरजेवाला की शिकायत
ये आरोप हिसार के कौत कलां निवासी अजय संधू ने गृहमंत्री को सौंपी शिकायत में लगाए हैं. उनका आरोप है कि जब इस घोटाले से पर्दा उठा तो उन्होंने पूरे मामले में मुझे बलि का बकरा बना दिया. अजय ने आरोप लगाया कि साल 2009-10 में रणदीप सिंह सुरेजवाला बिजली मंत्री थे, तब उनका ऑफिस पंचकूला में था. वो संधू सिक्योरिटी एजेंसी के नाम से अनुबंध पर कर्मी उपलब्ध करवाते थे. अजय ने बताया कि इसी बीच उनकी मुलाकात ईश्वर नैन से हुई. नैन ने उनसे कहा कि सुरजेवाला उसके अच्छे दोस्त हैं और वो उसे बिजली निगम में टेंडर दिला सकते हैं.

मुश्किल में रणदीप सुरजेवाला!

सुरजेवाला पर लगा करोड़ों के घोटाले का आरोप
इसके बाद नैन ने सुरजेवाला से संधू की मुलाकात करवाई. बदले में नैन को उसे अपने टेंडर में पार्टनर बनाना पड़ा. जैसे ही संधू ने नैन को अपना बिजनेस पार्टनर बनाया, उसके बाद ही रणदीप सिंह सुरजेवाला ने उसे बिजली निगम के टेंडर दिला दिए, जबकि उसके पास न तो कोई अनुभव था न ही वो शर्तें पूरी करता था.

शिकायतकर्ता ने अनिल विज से की एसआईटी जांच कराने की मांग
शिकायतकर्ता अजय ने विज को दिए पत्र में लिखा कि हरियाणा भर से करीब 4 हजार लाइनमैन और सहायक लाइनमैन की भर्ती ठेके के तहत उस वक्त की. भर्ती के लिए किसी से 5 तो किसी से 50 हजार रुपये तक की रिश्वत ली गई, लेकिन जब कर्मचारियों को किसी भी तरह की सरकारी सुविधा नहीं दी गई तो उन्होंने विरोध करना शुरू कर दिया. इस पर बिजली निगम ने सर्विस टैक्स चोरी और ईपीएफ आई ईएसआई चोरी की शिकायत कर दी.

बाद में भिवानी सहित 11 जिलों में केस दर्ज किया गया, जिसमें सभी लोग तो बच गए लेकिन अजय संधू फंस गया. संधू ने बताया कि उसे करीब 3 करोड़ रुपये का देनदार सभी ने बना दिया, जबकि वो इस मामले में अकेले दोषी नहीं था. फिर भी इसे फंसा दिया गया.

ये भी पढ़िए: मानेसर की प्लास्टिक फैक्ट्री में लगी आग, दमकल की 6 गाड़ियों ने पाया काबू

अंबाला में अनिल विज की ओर से जनता दरबार लगाया गया था. जहां पहुंचे अजय सिंह संधू ने अपनी शिकायत गृहमंत्री अनिल विज के सामने रखी. अजय संधू ने बताया कि उसने इससे प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री को शिकायत दी, जिसके बाद उन्होंने विजिलेंस से जांच शुरू करवा दी, लेकिन विजिलेंस भी एकतरफा कार्रवाई कर रही है. अब तक सुरजेवाला के खिलाफ कोई कार्रवाई तक नहीं की गई है. साथ ही संधू ने अनिल विज से इस मामले में एसआईटी गठित कर जांच की गुहार लगाई.

अनिल विज ने दिए एसआईटी गठन के आदेश
वहीं मामले पर गृहमंत्री अनिल विज ने कहा कि मामला गंभीर है. इसके लिए उन्होंने डीजीपी को एक नई एसआईटी गठित करने के आदेश दे दिए हैं. अनिल विज ने कहा कि साफ लग रहा है कि रणदीप सुरजेवाला ने अपने मंत्री पद का इस्तेमाल किया और अब उन्हें बचाने की कोशिश की जा रही है. गृहमंत्री ने बताया कि उन्होंने खुद डीजीपी से बात कर जांच प्रक्रिया के दौरान सुरजेवाला को बुलाकर उनसे भी पूछताछ करने के आदेश दिए हैं.

अंबाला: कांग्रेस राष्ट्रीय प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला के खिलाफ गृहमंत्री अनिल विज के दरबार में शिकायत दाखिल की गई है. शिकायतकर्ता ने आरोप लगाए हैं कि ऊर्जा मंत्री रहते कांग्रेस राष्ट्रीय प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने करोड़ों रुपये का घोटाला किया.

विज के पास पहुंची सुरजेवाला की शिकायत
ये आरोप हिसार के कौत कलां निवासी अजय संधू ने गृहमंत्री को सौंपी शिकायत में लगाए हैं. उनका आरोप है कि जब इस घोटाले से पर्दा उठा तो उन्होंने पूरे मामले में मुझे बलि का बकरा बना दिया. अजय ने आरोप लगाया कि साल 2009-10 में रणदीप सिंह सुरेजवाला बिजली मंत्री थे, तब उनका ऑफिस पंचकूला में था. वो संधू सिक्योरिटी एजेंसी के नाम से अनुबंध पर कर्मी उपलब्ध करवाते थे. अजय ने बताया कि इसी बीच उनकी मुलाकात ईश्वर नैन से हुई. नैन ने उनसे कहा कि सुरजेवाला उसके अच्छे दोस्त हैं और वो उसे बिजली निगम में टेंडर दिला सकते हैं.

मुश्किल में रणदीप सुरजेवाला!

सुरजेवाला पर लगा करोड़ों के घोटाले का आरोप
इसके बाद नैन ने सुरजेवाला से संधू की मुलाकात करवाई. बदले में नैन को उसे अपने टेंडर में पार्टनर बनाना पड़ा. जैसे ही संधू ने नैन को अपना बिजनेस पार्टनर बनाया, उसके बाद ही रणदीप सिंह सुरजेवाला ने उसे बिजली निगम के टेंडर दिला दिए, जबकि उसके पास न तो कोई अनुभव था न ही वो शर्तें पूरी करता था.

शिकायतकर्ता ने अनिल विज से की एसआईटी जांच कराने की मांग
शिकायतकर्ता अजय ने विज को दिए पत्र में लिखा कि हरियाणा भर से करीब 4 हजार लाइनमैन और सहायक लाइनमैन की भर्ती ठेके के तहत उस वक्त की. भर्ती के लिए किसी से 5 तो किसी से 50 हजार रुपये तक की रिश्वत ली गई, लेकिन जब कर्मचारियों को किसी भी तरह की सरकारी सुविधा नहीं दी गई तो उन्होंने विरोध करना शुरू कर दिया. इस पर बिजली निगम ने सर्विस टैक्स चोरी और ईपीएफ आई ईएसआई चोरी की शिकायत कर दी.

बाद में भिवानी सहित 11 जिलों में केस दर्ज किया गया, जिसमें सभी लोग तो बच गए लेकिन अजय संधू फंस गया. संधू ने बताया कि उसे करीब 3 करोड़ रुपये का देनदार सभी ने बना दिया, जबकि वो इस मामले में अकेले दोषी नहीं था. फिर भी इसे फंसा दिया गया.

ये भी पढ़िए: मानेसर की प्लास्टिक फैक्ट्री में लगी आग, दमकल की 6 गाड़ियों ने पाया काबू

अंबाला में अनिल विज की ओर से जनता दरबार लगाया गया था. जहां पहुंचे अजय सिंह संधू ने अपनी शिकायत गृहमंत्री अनिल विज के सामने रखी. अजय संधू ने बताया कि उसने इससे प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री को शिकायत दी, जिसके बाद उन्होंने विजिलेंस से जांच शुरू करवा दी, लेकिन विजिलेंस भी एकतरफा कार्रवाई कर रही है. अब तक सुरजेवाला के खिलाफ कोई कार्रवाई तक नहीं की गई है. साथ ही संधू ने अनिल विज से इस मामले में एसआईटी गठित कर जांच की गुहार लगाई.

अनिल विज ने दिए एसआईटी गठन के आदेश
वहीं मामले पर गृहमंत्री अनिल विज ने कहा कि मामला गंभीर है. इसके लिए उन्होंने डीजीपी को एक नई एसआईटी गठित करने के आदेश दे दिए हैं. अनिल विज ने कहा कि साफ लग रहा है कि रणदीप सुरजेवाला ने अपने मंत्री पद का इस्तेमाल किया और अब उन्हें बचाने की कोशिश की जा रही है. गृहमंत्री ने बताया कि उन्होंने खुद डीजीपी से बात कर जांच प्रक्रिया के दौरान सुरजेवाला को बुलाकर उनसे भी पूछताछ करने के आदेश दिए हैं.

Intro:हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज के जनता दरबार मे पहुंची , कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुरजेवाला के खिलाफ शिकायत । शिकायतकर्ता ने विज को सुरजेवाला के खिलाफ़ दिए आरटीआई से जुटाए दस्तावेज । विज ने डीजीपी हरियाणा को उच्च अधिकारियों की एक एसआईटी बना मामले की जांच के आदेश दिए , कहा सुरजेवाला को बुला कर करो जांच । अनिल विज का बयान जिन पुलिस अधिकारियों ने पूर्व की जांच में किया गलत काम सबके खिलाफ होगी सख्त कार्यवाई ।
Body:हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज के जनता दरबार मे एक युवक ने विज से न्याय की गुहार लगाई है । शिकायतकर्ता ने विज को कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला के खिलाफ शिकायत दी । शिकायत में शिकायतकर्ता ने कहा कि रणदीप सिंह सुरजेवाला ने पावर मिनिस्टर रहते हुए अपने किसी साथी के साथ उनकी हिस्सेदारी करवाई और फिर उन्हें बिजली बोर्ड के टेंडर दिलवाए थे , जबकि उनकी कंपनी कोई भी कंडीशन पूरी नहीं करती थी । शिकायतकर्ता ने बताया कि बिना नियमों को पूरा किये उनकी कंपनी को सुरजेवाला ने कई टेंडर दिलवाए , इसकी शिकायत उन्होंने मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को की जिसके बाद पीएमओ ने इस मामले में इसकी जांच स्टेट विजिलेंस ब्यूरो को दे दी लेकिन , स्टेट विजिलेंस ब्यूरो के अधिकारियों ने मामले की जांच में मिलीभगत की और हमपर कार्यवाई करदी लेकिन सुरजेवाला को जांच में शामिल किए बिना क्लीन चिट दे दी जबकि असली गुनाहगार सुरजेवाला है । शिकायतकर्ता ने आरटीआई से सभी दस्तावेज लेकर अनिल विज के हवाले किये हैं और साथ ही शिकायत भी दी है कि इस मामले की जांच उच्च एजंसी से करवाई जाए ताकि असली दोषियों को सजा मिल सके । शिकायतकर्ता को उम्मीद है कि विज उन्हें इंसाफ जरूर देंगे।

बॉइट 01 - अजय संधू - शिकायतकर्ता

वीओ - हरियाणा के दबंग मंत्री अनिल विज अपनी कार्यशैली के लिए मशहूर हैं , विज ने शिकायत मिलते ही तुरंत एक्शन लिया और झट से मामले की जांच के लिए डीजीपी को आदेश दे दिए । विज की माने तो उन्हें पूरे दस्तावेज मिल गए हैं और शिकायतकर्ता के अनुसार इस मामले में सुरजेवाला ने अपने प्रभाव का दुष्प्रचार करते हुए उन्हें ठेका दिलवा दिया था । कंपनी फेल हो गई और इस मामले में विजिलेंस जांच चल रही है लेकिन अभी तक एक बार भी विजिलेंस की एसाईटीबने सुरजेवाला को जांच के लिए नहीं बुलाया जिससे लगता है कि वो साफ तौर पर उन्हें फेवर कर रहे हैं । विज ने मामले में डीजीपी हरियाणा को तुरंत एक नई एसआईटी बनाने के आदेश दिए हैं और साथ ही उन्हें यह भी कहा गया है कि सुरजेवाला को बुला कर उनसे भी पूछताछ की जाए । विज से जब जांच को गलत दिशा देने वाले अधिकारियों पर कार्यवाई का सवाल किया गया तो उन्होंने स्पष्ट किया कि उन अधिकारियों के खिलाफ भी सख्त कार्यवाई होगी , और किसी को बख्शा नहीं जाएगा चाहे वो कोई भी हो ।

बॉइट 02 - गृह मंत्री - अनिल विज Conclusion:
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.