अंबाला: कोरोना महामारी से हालात सामान्य होते ही एक बार फिर से सरकार द्वारा बैठकों का दौर शुरू हो गया है. लेकिन किसानों के विरोध के चलते हरियाणा सरकार को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है. सोमवार को अंबाला के पंचायत भवन में कष्ट निवारण समिति की बैठक का आयोजन किया गया था और प्रदेश के शिक्षा मंत्री कंवरपाल गुर्जर को इस बैठक की अध्यक्षता करने पहुंचना था. लेकिन मंत्री जी के पहुंचने से पहले ही किसानों ने हल्ला बोल दिया और वो पंचायत भवन में घुस गए.
हालांकि पुलिस प्रशासन द्वारा किसानों को रोकने के लिए पुख्ता बंदोबस्त किए गए थे. मौके पर भारी पुलिस बल, बैरिकेड्स और वॉटर कैनन तक का इंतजाम किया गया था लेकिन किसानों के सामने ये बंदोबस्त ना काफी थे और किसान हंगामा करते हुए पंचायत भवन में घुस गए, इस दौरान पुलिस और किसानों के बीच जमकर धक्का-मुक्की भी हुई. वहीं किसानों के हंगामे को देखते हुए शिक्षा मंत्री पंचायत भवन नही पहुंचे और बैठक को रद्द करना पड़ा.
ये भी पढ़ें: सिरसा में डिप्टी सीएम का विरोध, दुष्यंत चौटाला बोले- ये लोग किसान नहीं हैं
इस दौरान किसानों ने कहा कि जब तक कृषि कानून रद्द नहीं होंगे तब तक वो बीजेपी-जेजेपी के किसी भी मंत्री का कोई भी कार्यक्रम या बैठक नहीं होंने देंगे और उनका विरोध जारी रहेंगे. आपको बता दें कि करीब डेढ़ साल बाद ग्रीवेंस कमेटी की बैठक रखी गई थी लेकिन किसानों के हंगामे के आगे पुलिस प्रशासन की एक न चली और इस बैठक को रद्द करना पड़ा. किसानों का साफ कहना है कि हम हरियाणा में किसी भी बीजेपी और जेजेपी के नेता की कोई सभा नही होने देंगे.