अंबाला: अंबाला छावनी विधानसभा क्षेत्र काफी कारणों से चर्चित विधानसभा क्षेत्र के रूप में देखा जा रहा है. सबसे पहले तो यहां पर भारतीय जनता पार्टी के दिग्गज नेता और मनोहर सरकार में कैबिनेट मंत्री रहे अनिल विज मैदान में उतरे हैं, तो वही उनको टक्कर दे रही हैं कांग्रेस पार्टी की बागी नेता चित्रा सरवारा जोकि राष्ट्रीय महिला कांग्रेस में महासचिव के पद पर भी रही हैं.
ईटीवी भारत की टीम ने अंबाला छावनी विधानसभा क्षेत्र से निर्दलीय उम्मीदवार चित्रा सरवारा के साथ बातचीत की और साथ जाना कि आखिर कर किन मुद्दों को लेकर उन्होंने कांग्रेस पार्टी को छोड़ा और आजाद उम्मीदवार के तौर पर लड़ने का फैसला किया.
अंबाला आज भी मूलभूत सुविधाओं को मोहताज है- चित्रा
चित्रा सरवारा ने कहा कि भले ही बीजेपी के दिग्गज नेता अनिल विज ये दावा करते हैं कि उन्होंने पिछले 5 सालों के दौरान लगभग 1800 करोड़ रुपये के विकास कार्य करवाए हैं, लेकिन असलियत ये है कि उन्होंने अंबाला छावनी विधानसभा क्षेत्र के निवासियों को उनकी मूलभूत सुविधाएं अभी तक प्रदान नहीं की हैं.
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चित्रा ने कहा कि अंबाला छावनी विधानसभा क्षेत्र के लोग आज भी मूलभूत सुविधाएं जैसे सीवरेज, गंदा पानी, पानी की निकासी, आवारा पशु, ट्रैफिक जाम जैसी समस्याओं से जूझ रहे हैं. साथ ही उन्होंने कहा कि पिछले 5 सालों के दौरान अंबाला छावनी विधानसभा क्षेत्र के निवासियों को कोई रोजगार नहीं मिला, साइंस इंडस्ट्रीज ठप पड़ गई, व्यापारियों का काम ठप पड़ गया.
'कांग्रेस में टिकट मिलती नहीं, खरीदनी पड़ती है'
जब उनसे पूछा गया कि आखिर क्या वजह रही कि उन्हें कांग्रेस पार्टी छोड़नी पड़ी. चित्रा सरवारा ने सीधे तौर पर हरियाणा कांग्रेस कमेटी पर हमला करते हुए कहा की मेरे नाम को लेकर राष्ट्रीय महिला यूथ कांग्रेस के सभी साथी अंबाला छावनी से टिकट देने के लिए बार-बार कह रहे थे, लेकिन उसके बावजूद किसी ने एक न सुनी.
उन्होंने सीधे तौर पर हरियाणा कांग्रेस कमेटी पर आरोप लगाते हुए कहा कि यहां पर टिकट कार्यकर्ताओं और लोगों के बीच में रहकर काम करने से नहीं मिलती बल्कि पैसों की भेंट चढ़ाने से टिकट मिलती है.
मुझे आप, जेजपी और इनेलो का समर्थन मिल रहा है- विज
वहीं उन्होंने कहा अब जब मैं निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़ रही हूं तो मेरे लिए सारे विकल्प खुल चुके हैं. इसके अलावा मुझे अन्य पार्टियों जैसे इनेलो, जेजेपी, शिरोमणि अकाली दल, आम आदमी पार्टी और यहां तक कि बीजेपी के कार्यकर्ताओं का भी समर्थन मिल रहा है. उन्होंने कहा कि ये भविष्य तय करेगा कि मैं कौन से विकल्प के साथ भविष्य में जुड़ती हूं.
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