ETV Bharat / state

जानें क्यों खास है अंबाला का बाड़ा गांव, मुख्यमंत्री मनोहर लाल कर चुके हैं सम्मानित - आदर्श गांव बाड़ा अंबाला

अंबाला छावनी विधानसभा क्षेत्र में बसा आदर्श गांव बाड़ा आज शहरों को टक्कर दे रहा हैं. मुख्यमंत्री मनोहर लाल इस गांव को सम्मानित भी कर चुके हैं. क्या है गांव में खास रिपोर्ट में देखें.

Adarsh Village Bada Ambala
Adarsh Village Bada Ambala
author img

By

Published : Dec 2, 2020, 8:41 PM IST

अंबाला: अंबाला छावनी विधानसभा क्षेत्र में बसा आदर्श गांव बाड़ा सूबे के दूसरे गांवों को लिए मिसाल बना हुआ है. खेल का मैदान हो या फिर शिक्षा के क्षेत्र हर चीज में ये गांव अव्वल है. ईटीवी भारत हरियाणा की टीम ने जब इस गांव का जायजा लिया तो पता चला कि यहां प्राइमरी एग्रीकल्चर कोऑपरेटिव सोसाइटी बनी हुई है. सोसाइटी में कार्यरत पंकज ने बताया कि यहां से किसानों को फसल के लिए खाद, दवाइयां मुहैया करवाई जाती हैं.

प्राइमरी एग्रीकल्चर कोऑपरेटिव सोसायटी के कर्मचारी पंकज ने बताया कि अगर किसान के पास पैसे नहीं होते तो भी वो यहां से खाद या दवाई ले जा सकते हैं. इसके बाद किसान उस पैसे को 6 महीने के अंदर लौटा देते हैं. इसके अलावा सोसायटी द्वारा 5000 से लेकर ₹110000 का लोन भी 0% ब्याज पर दिया जाता है. जिससे गांव वासियों की बहुत सी आर्थिक समस्याओं का हल निकल आता है.

जानें क्यों खास है अंबाला का बाड़ा गांव, क्लिक कर देखें वीडियो

गिरते जलस्तर को ऊपर उठाया जा सके इसके लिए गांव में रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम बनाया गया है. ये सिस्टम गांव की हर सरकारी बिल्डिंग में बनवाया गया है. ताकि आने वाली पीढ़ी के लिए पानी को बचाया जा सके. इसके अलावा गांव में 1 करोड़ 33 लाख रुपये की मदद से दो सौर ऊर्जा पंप लगाए गए हैं. जिसमें एक पंप मौजूदा समय में चल रहा है और दूसरे पर काम जारी है.

क्या है गांव में खास?

  • प्राइमरी एग्रीकल्चर को ऑपरेटिव सोसायटी
  • यहां किसानों को खाद, बीज मिलता है
  • गांव में स्वास्थ्य केंद्र बना हुआ है
  • पशुओं के लिए भी चिकित्सालय बना है
  • गांव में खेल का मैदान, लाइट की व्यवस्था
  • रात में मैच खेल सकते हैं खिलाड़ी
  • सोलर पावर से चलने वाले पंप लगाए गए हैं
  • गांव में बैंक और एटीएम की सुविधा मौजूद
  • सरकारी बिल्डिंग के साथ वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम
  • पक्की सड़कें और सफाई की व्यवस्था
  • गांव में लाइब्रेरी की व्यवस्था
  • प्राइवेट की तर्ज पर विकसित है सरकारी स्कूल

गांव के लोगों ने बताया कि सोलर पंप होने से उन्हें काफी फायदा मिल रहा है. किसानों ने कहा कि जब भी उन्हें जरूरत होती है तो वो सोलर पंप की वजह से खेतों में पानी पहुंचा देते हैं. जिससे उनकी फसल अच्छी रहती है.

क्या कहते हैं गांव के सरपंच?

सरपंच विकास ने बताया कि सौर ऊर्जा पंप द्वारा किसानों के खेतों में पानी पहुंचाया जाता है और ये पाइप अंडर ग्राउंड की गई है ताकि किसी तरह की कोई परेशानी ना हो. बात करें स्वास्थ्य सुविधाओं की तो इसको लेकर भी गांव के अंदर आयुष विभाग से लेकर हेल्थ सब सेंटर खुले हुए हैं. इस बारे में गांव के सरपंच विकास ने बताया कि यहां पर आयुर्वेदिक तरीके से ना सिर्फ गांव बड़ा वासियों बल्कि आसपास के गांव वासियों को भी खासा फायदा पहुंच रहा है. इसके अलावा गांव में एक हेल्थ सब सेंटर भी है, वो भी सुचारु रुप से चल रहा है. साथ ही आपको बता दें कि यह अंबाला जिले का पहला ऐसा गांव है जिसने सरकारी सेवाओं का फायदा उठाकर इस बार पराली को नहीं चलाया बल्कि पराली से पैसा कमाने का लाभ उठाया.

ये भी पढ़ें- क्या आप भी खुले में बिक रहा मीट खरीदते हैं तो ये खबर आपके लिए है

इस गांव में पशुओं के लिए भी चिकित्सा केंद्र बनाया गया है. पीएलडी रविंद्र कुमार ने बताया कि ये पशु औषधालय ना सिर्फ गांव बाड़ा बल्कि आसपास के गांव वासियों के लिए भी काफी सुविधाजनक है. यहां पर पशुओं से संबंधित ओपीडी चलाई जाती है. उन्होंने बताया कि मात्र ₹30 में मुर्रा हाई यील्डिंग वैरायटी के टीके भी पशुओं को लगाए जाते हैं. जो मार्केट में टीका 1500 रुपये में उपलब्ध है वो टीका यहां पर मात्र ₹200 में उपलब्ध है.

अंबाला: अंबाला छावनी विधानसभा क्षेत्र में बसा आदर्श गांव बाड़ा सूबे के दूसरे गांवों को लिए मिसाल बना हुआ है. खेल का मैदान हो या फिर शिक्षा के क्षेत्र हर चीज में ये गांव अव्वल है. ईटीवी भारत हरियाणा की टीम ने जब इस गांव का जायजा लिया तो पता चला कि यहां प्राइमरी एग्रीकल्चर कोऑपरेटिव सोसाइटी बनी हुई है. सोसाइटी में कार्यरत पंकज ने बताया कि यहां से किसानों को फसल के लिए खाद, दवाइयां मुहैया करवाई जाती हैं.

प्राइमरी एग्रीकल्चर कोऑपरेटिव सोसायटी के कर्मचारी पंकज ने बताया कि अगर किसान के पास पैसे नहीं होते तो भी वो यहां से खाद या दवाई ले जा सकते हैं. इसके बाद किसान उस पैसे को 6 महीने के अंदर लौटा देते हैं. इसके अलावा सोसायटी द्वारा 5000 से लेकर ₹110000 का लोन भी 0% ब्याज पर दिया जाता है. जिससे गांव वासियों की बहुत सी आर्थिक समस्याओं का हल निकल आता है.

जानें क्यों खास है अंबाला का बाड़ा गांव, क्लिक कर देखें वीडियो

गिरते जलस्तर को ऊपर उठाया जा सके इसके लिए गांव में रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम बनाया गया है. ये सिस्टम गांव की हर सरकारी बिल्डिंग में बनवाया गया है. ताकि आने वाली पीढ़ी के लिए पानी को बचाया जा सके. इसके अलावा गांव में 1 करोड़ 33 लाख रुपये की मदद से दो सौर ऊर्जा पंप लगाए गए हैं. जिसमें एक पंप मौजूदा समय में चल रहा है और दूसरे पर काम जारी है.

क्या है गांव में खास?

  • प्राइमरी एग्रीकल्चर को ऑपरेटिव सोसायटी
  • यहां किसानों को खाद, बीज मिलता है
  • गांव में स्वास्थ्य केंद्र बना हुआ है
  • पशुओं के लिए भी चिकित्सालय बना है
  • गांव में खेल का मैदान, लाइट की व्यवस्था
  • रात में मैच खेल सकते हैं खिलाड़ी
  • सोलर पावर से चलने वाले पंप लगाए गए हैं
  • गांव में बैंक और एटीएम की सुविधा मौजूद
  • सरकारी बिल्डिंग के साथ वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम
  • पक्की सड़कें और सफाई की व्यवस्था
  • गांव में लाइब्रेरी की व्यवस्था
  • प्राइवेट की तर्ज पर विकसित है सरकारी स्कूल

गांव के लोगों ने बताया कि सोलर पंप होने से उन्हें काफी फायदा मिल रहा है. किसानों ने कहा कि जब भी उन्हें जरूरत होती है तो वो सोलर पंप की वजह से खेतों में पानी पहुंचा देते हैं. जिससे उनकी फसल अच्छी रहती है.

क्या कहते हैं गांव के सरपंच?

सरपंच विकास ने बताया कि सौर ऊर्जा पंप द्वारा किसानों के खेतों में पानी पहुंचाया जाता है और ये पाइप अंडर ग्राउंड की गई है ताकि किसी तरह की कोई परेशानी ना हो. बात करें स्वास्थ्य सुविधाओं की तो इसको लेकर भी गांव के अंदर आयुष विभाग से लेकर हेल्थ सब सेंटर खुले हुए हैं. इस बारे में गांव के सरपंच विकास ने बताया कि यहां पर आयुर्वेदिक तरीके से ना सिर्फ गांव बड़ा वासियों बल्कि आसपास के गांव वासियों को भी खासा फायदा पहुंच रहा है. इसके अलावा गांव में एक हेल्थ सब सेंटर भी है, वो भी सुचारु रुप से चल रहा है. साथ ही आपको बता दें कि यह अंबाला जिले का पहला ऐसा गांव है जिसने सरकारी सेवाओं का फायदा उठाकर इस बार पराली को नहीं चलाया बल्कि पराली से पैसा कमाने का लाभ उठाया.

ये भी पढ़ें- क्या आप भी खुले में बिक रहा मीट खरीदते हैं तो ये खबर आपके लिए है

इस गांव में पशुओं के लिए भी चिकित्सा केंद्र बनाया गया है. पीएलडी रविंद्र कुमार ने बताया कि ये पशु औषधालय ना सिर्फ गांव बाड़ा बल्कि आसपास के गांव वासियों के लिए भी काफी सुविधाजनक है. यहां पर पशुओं से संबंधित ओपीडी चलाई जाती है. उन्होंने बताया कि मात्र ₹30 में मुर्रा हाई यील्डिंग वैरायटी के टीके भी पशुओं को लगाए जाते हैं. जो मार्केट में टीका 1500 रुपये में उपलब्ध है वो टीका यहां पर मात्र ₹200 में उपलब्ध है.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.