अंबाला: हरियाणा में लॉकडाउन के दौरान अवैध तरीके से बेची गई शराब मामले की जांच अब 3 आईपीएस अधिकारीयों की टीम करेगी. टीम का गठन सूबे के गृह मंत्री अनिल विज ने कर दिया है. दरअसल, एसईटी की जांच रिपोर्ट में की गई टिप्पणियों के आधार पर इस टीम का गठन किया है, जो हर जिले में शराब बिक्री को लेकर अनियमितताओं की जांच करेगी.
हरियाणा में सोनीपत शराब मामले के बाद अब पूरे प्रदेश में हुई शराब गड़बड़ियों पर जांच सरकार ने शुरू कर दी है. एसईटी की रिपोर्ट पर गृह मंत्री अनिल विज की सभी सिफारिशें मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने अब मान ली हैं. वहीं एसईटी ने अपनी जांच रिपोर्ट में जिन जिन अनियमितताओं की और इशारा किया है उन सभी शराब मामलों की जांच और अधिक गहनता से करवाने की तैयारी शुरू कर दी है.
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इसके लिए सूबे के गृह मंत्री अनिल विज ने तीन आईपीएस अधिकारीयों की टीम भी गठित कर दी है. जो प्रदेश के सभी जिलों में शराब की गड़बड़ियों की जांच करेगी. इस टीम की अध्यक्षता आईपीएस अधिकारी एडीजीपी कलारामचन्द्रन का करेंगे और इस टीम में डीआईजी शशांक आनंद और एसपी गर्ग शामिल होंगे.
वहीं लॉक डाउन के दौरान मार्च महीने में आबकारी विभाग के अधिकारीयों द्वारा शराब के परमिट जारी करने के मामले में कई अधिकारीयों को नोटिस जारी कर दिए गए हैं. इस मामले में प्रतिक्रिया देते हुए गृह मंत्री अनिल विज ने बताया कि आबकारी विभाग ने ये नोटिस भी एसईटी की रिपोर्ट के आधार पर दिए हैं.
वीकेंड लॉकडाउन के फैसले को क्या पलटा गया?
हरियाणा में वीकेंड लॉकडाउन के फैसले को बदलकर अब लॉकडाउन सोमवार और मंगलवार के दिन लगाने का फैसला सरकार ने लिया है. नए आदेशों को लेकर जानकारी देते हुए गृह मंत्री अनिल विज ने बताया कि कोरोना की चेन तोड़ने के लिए ब्रेक देने के लिए ये जरुरी था. अनिल विज ने कहा कि व्यापार संगठनों ने बताया था कि शनिवार रविवार के दिन व्यापार ज्यादा होता है इसलिए फैसला बदल दिया गया है. वहीं ये आदेश सिर्फ बाजारों की दुकानों के लिए है.