अंबाला: भारत में हर साल ना जाने कितने मरीज अस्पताल पहुंचने से पहले ही रास्ते में दम तोड़ देते हैं. एंबुलेंस सायरन बजाते हुए तेजी से आगे तो बढ़ती है, लेकिन जाम में फंसने की वजह से कई बार मरीज वक्त पर अस्पताल नहीं पहुंच पाता है और वक्त पर इलाज नहीं मिलने की वजह से वो दम तोड़ देता है.
अगर एंबुलेंस वक्त पर मरीज को अस्पताल पहुंचा दे तो ना जाने कितने मरीजों की जान को बचाया जा सकता है. एंबुलेंस बिना ट्रैफिक में फंसे अस्पताल पहुंच जाए. इसके लिए कुरुक्षेत्र के 12वीं में पढ़ने वाले छात्र संजय ने एक यंत्र तैयार किया है.संजय से इस यंत्र को बेहद कम बजट में तैयार किया है. संजय ने ऐसा यंत्र बनाया है जिससे एंबुलेंस को ना सिर्फ जाम से छुटकारा मिलेगा बल्कि एंबुलेंस जल्दी ही अस्पताल पहुंच जाएगी.
कैसे काम करेगा यंत्र ?
संजय ने बताया कि ये यंत्र एंबुलेंस और शहर के हर चौराहे पर लगाया जाएगा. जब एंबुलेंस मरीज को लेकर जा रही होगी तब उस वक्त एंबुलेंस में लगे यंत्र का सिग्नल चौराहे पर लगे यंत्र को मिलेगा. सिग्नल मिलते ही जिस तरफ से एंबुलेंस आ रही होगी उस साइड ग्रीन सिग्नल हो जाएगा, जबकि तीनों तरफ की बत्तियां लाल हो जाएंगी. ऐसे में एंबुलेंस को जाने का रास्ता मिल जाएगा.
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हरियाणा के गृहमंत्री ने की यंत्र की तारीफ
कुरुक्षेत्र का रहने वाला संजय अपना प्रोजेक्ट लेकर हरियाणा के गृहमंत्री अनिल विज के पास पहुंचा था. अनिल विज ने ना सिर्फ संजय के प्रोजेक्ट को ध्यान से सुना बल्कि उसकी तारीफ भी की. साथ ही अनिल विज ने पुलिस अधिकारियों को यंत्र का प्रशिक्षण करने के निर्देश भी दिए.
ये है यंत्र में कमी
वहीं यंत्र का प्रशिक्षण करने वाले पुलिस अधिकारी ने बताया कि यंत्र में कुछ कमियां हैं. जैसे ये यंत्र सिर्फ एक तरफ की बत्ती ही हरी कर सकता है. अगर दो साइड से एक साथ एंबुलेंस आ जाए तो ऐसे में ये यंत्र काम नहीं करेगा. इसके बारे में जानकारी नहीं है.
कमियों पर किया जा रहा है काम
फिलहाल संजय पुलिस अधिकारियों की बताई गई कमियों पर काम कर रहा है. अगर वो यंत्र की कमियों को दूर कर लेता है. तो वाकई में यंत्र एंबुलेंस के रास्ते में आने वाले ट्रैफिक को कम कर सकेगा और ये प्रोजेक्ट सिर्फ हरियाणा ही नहीं बल्कि पूरे देश के ट्रैफिक सिग्नल और एंबुलेंस में लगाया जा सकेगा.