हैदराबाद : आईसीसी क्रिकेट विश्व कप 2023 का फैंस काफी बेसब्री से इंतेजार कर रहे हैं और 5 अक्टूबर से उनका ये इंतेजार खत्म होने वाला है. भारतीय सरजमीं पर विश्व कप ट्रॉफी उठाने के लिए 10 टीमों के बीच घमासान होने वाला है. क्रिकेट के इस महाकुंभ में 5 बार की विश्व विजाता ऑस्ट्रेलिया प्रबल दावेदारों में से एक मानी जा रही है. इस टीम के पास ट्रॉफी अपने नाम करने का बेहतरीन मौका है. ये टीम बल्लेबाजी, गेंदबाजी और फील्डिंग सब में अव्वल है. तो आइए इस वर्ल्ड कप से पहले हम ऑस्ट्रेलिया की ताकत और कमजोरी के साथ-साथ टीम से जुड़ी कुछ अहम बातें बताने वाले हैं .
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Australia, here's your squad to take on the ODI World Cup in India starting on October 8!
— Cricket Australia (@CricketAus) September 28, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
Congratulations to all players selected 👏 #CWC23 pic.twitter.com/xZAY8TYmcl
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ताकत
मजबूत गेंदबाजी आक्रमण : ऑस्ट्रेलिया की टीम का मजबूत पक्ष उनकी गेंदबाजी है. इस टीम के पास पैट कमिंस, मिशेल स्टार्क और जोश हेजलवुड के रूप में विश्व स्तरीय गेंदबाज मौजूद हैं, जो किसी भी बल्लेबाजी क्रम को धूल चटा सकते हैं. कमिंस, स्टार्क और हेज़लवुड की तिकड़ी इस विश्व कप के सबसे घातक गेंदबाजी आक्रमण में से एक है. इसके अलावा लेग स्पिनर एडम ज़म्पा भी भारतीय पिचों पर बेहतरीन प्रदर्शन कर सकते हैं.
मिशेल स्टार्क ने जनवरी 2023 के बाद से भारत में खेल गए 4 वनडे मैचों में 24.66 की औसत के साथ 9 विकेट अपने नाम किए हैं. हेज़लवुड ने अब तक ऑस्ट्रेलिया के लिए 74 वनडे मैचों में 26.4 की औसत और 4.70 की बेहतरीन इकॉनमी से 116 विकेट हासिल किए हैं. कप्तान कमिंस भी पीछे नहीं हैं और उन्होंने 77 वनडे मैचों में 28 की औसत और 5.23 की शानदार इकॉनमी के साथ 126 विकेट चटकाए हैं. एडम जम्पा भारतीय पिचों पर 16 वनडे मैचों में 30.77 की औसत से 27 विकेट हासिल कर चुके हैं.
आक्रमक बल्लेबाजी लाइनअप : ऑस्ट्रेलिया के पास मजबूत गेंदबाजी के साथ-साथ आक्रमक बल्लेबाजी लाइनअप भी है. टीम में डेविड वार्नर, मिशेल मार्श, ग्लेन मैक्सवेल और मार्कस स्टोइनिस जैसे पावर हिटर बल्लेबाज भी शामिल हैं. इसके साथ ही स्टीव स्मिथ और मार्नस लाबुस्चगने मध्यक्रम को मजबूती प्रदान करते हैं. इस साल मार्नस लाबुशेन ने ऑस्ट्रेलिया के लिए वनडे क्रिकेट में सबसे ज्यादा रन बनाए हैं. उन्होंने 10 मैचों में 51.55 की औसत और 93.17 की स्ट्राइक रेट से 1 शतक और 2 अर्धशत की मदद के साथ 464 रन बनाए हैं.
लाबुशेन के अलावा ऑस्ट्रेलिया की ओर से मिशेल मार्श वनडे फॉर्मेट में दूसरे सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज हैं. मार्श ने 10 मैचों में 121.57 की स्ट्राइक रेट और 46.33 की औसत के साथ 4 अर्धशतकों की मदद से 417 रन बनाए हैं. डेविड वार्नर वनडे फॉर्मेट में ऑस्ट्रेलिया की ओर से इस साल तीसरे सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज हैं. उन्होंने भारत के खिलाफ 9 वनडे मैचों में 3 अर्धशतक लगाए हैं. तो वहीं साउथ अफ्रीका के खिलाफ 1 शतक की मदद से 390 रन बनाए हैं.
कमजोरी
चोट और मैच टाइम : इस विश्व कप में ऑस्ट्रेलिया के लिए खिलाड़ी की चोट और उनको पर्याप्त मैच टाइम ना मिलना टीम के लिए बड़ी कमजोरी साबित हो सकती है. पैट कमिंस, ग्लेन मैक्सवेल, स्टीव स्मिथ और मिशेल स्टार्क, जोश हेजलवुड समेत टीम के कुछ अहम खिलाड़ी चोट के चलते वनडे टीम से बाहर थे. इन खिलाड़ियों ने विश्व कप के लिए टीम में वापसी तो की है लेकिन इनकी मैच फिटनेस पर एक बड़ा सवाल हैं. इन खिलाड़ियों को विश्व कप जैसे बड़े मंच पर उतरने से पहले पर्याप्त मैच टाइम नहीं मिला है. ऑस्ट्रेलिया के लिए पैट कमिंस ने 2, ग्लेन मैक्सवेल ने 1, स्टीव स्मिथ ने 6 और मिशेल स्टार्क ने 4 मैच खेले हैं. इन खिलाड़ियों का विश्व कप 2023 से पहले पर्याप्त मैच ना खेलना टीम के लिए चिंता का विषय बना हुआ है.
स्पिन डिपार्टमेंट : ऑस्ट्रेलिया की टीम को इस विश्व कप में स्पिनर्स की कमी भी खल सकती है. टीम में इस समय एकमात्र विशेषज्ञ स्पिनर एडम ज़म्पा हैं. टीम में जम्पा के अलावा कोई भी अनुभवी स्पिन विकल्प मौजूद नहीं हैं. ऐसे में ऑस्ट्रेलिया की टीम में दूसरे विशेषज्ञ स्पिनर का ना होना टीम के लिए कमजोरी साबित हो सकती है.
मौका
युवा प्रतिभाओं के पास मौका : ऑस्ट्रेलिया के युवा खिलाड़ियों के पास इस विश्व कप में बड़े मंच पर धमाल मचाने का मौका होगा. जोश इंग्लिस, एलेक्स केरी, मार्नस लाबुशेन और कैमरून ग्रीन ऑस्ट्रेलिया के लिए अपना पहला वनडे विश्व कप खेल रहे हैं. इन खिलाड़ियों में भारतीय पिचों पर धमाकेदार प्रदर्शन करने की क्षमता है. डेविड वार्नर, स्टीव स्मिथ और मार्कस स्टोइनिस जैसे खिलाड़ियों की उम्र बढ़ रही है ऐसे में ये उनका आखिरी वनडे विश्व कप हो सकता है. अब इन युवा खिलाड़ियों के पास विश्व कप 2023 में खुद को साबित करने का मौका होगा.
इन दिनों भारत में खूब गर्मी पड़ रही है. ऐसे में ऑस्ट्रेलिया के पास मौका होगा कि वो भारत के मौसम से भी तालमेल बैठा सकें. भारत में विदेशी खिलाड़ियों को कई तरह की परिस्थितियों के अनुकूल ढलना होगा. हाल ही में हुई वनडे सीरीज में मिशेल मार्श और स्टीव स्मिथ ने कहा था कि जब उन्होंने राजकोट में तीसरे वनडे मैच खेला तब उन्होंने करियर में सबसे ज्यादा गर्म दिन देखा.
खतरा
मजबूत विपक्ष : ऑस्ट्रेलिया के लिए इस विश्व कप में मजबूत विपक्ष का होना सबसे ज्यादा खतरे की बात हो सकती है. ऑस्ट्रेलिया के सामने भारत, इंग्लैंड, दक्षिण अफ्रीका और न्यूजीलैंड जैसी टीमों के रूप में मजबूत विपक्ष होने वाला है. ऐसे में ऑस्ट्रेलिया को हर गेम में बेहतरीन खेल दिखाने की आवश्यकता है.
दबाव की स्थिति : ऑस्ट्रेलिया ने अब तक भले ही 5 विश्व कप जीते हों लेकिन इस टीम में कुछ नए और युवा खिलाड़ी भी मौजूद हैं. इन सब के लिए नॉकआउट मैचों के दबाव से निपटना और खुद को मानसिक, शारीरिक रूप से तैयार रखना काफी महत्वपूर्ण होने वाला है.
इस विश्व कप में ऑस्ट्रेलिया को अपनी सभी कमियों से पार पाना होगा. उन्हें विश्व कप में हर मुश्किल हालत में बेहतरीन खेल दिखाया होगा. इसके साथ ही ऑस्ट्रेलिया के सीनियर खिलाड़ियों पर दारोमदार होगा कि वो युवा खिलाड़ियों को अच्छा प्रदर्शन करने के लिए बैक करें. ऑस्ट्रेलिया के पास अनुभव और युवा जोश के साथ विश्व कप जीतने का मजबूत अच्छा-खासा तजुर्बा है ऐसे में इस टीम को ट्रॉफी उठाने का मजबूत दावेदार माना जा रहा है.