मुंबई : भारत के महान बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर का मानना है कि सफलता हासिल करने के लिए कोई शॉर्टकट नहीं है और अपने सपनों को पूरा करने के लिए आपको कड़ी मेहनत करनी होगी. सचिन ने शुक्रवार को पश्चिमी महाराष्ट्र के एक स्कूल में छात्रों के साथ बातचीत के दौरान ये बात कही.
सचिन ने मराठी भाषा में बच्चों से बात करते हुए कहा, "जब मैं छात्र था, तब मेरे दिमाग में केवल एक ही बात थी कि मैं भारत के लिए खेलूं. मेरे सफर की शुरूआत 11 साल की उम्र से हुई थी."
उन्होंने कहा, "मुझ अभी भी याद है कि जब मैं अपने पहले चयन के ट्रायल के लिए गया था तब चयनकर्ताओं ने मुझे नहीं चुना। उन्होंने कहा उसे (मुझे) कड़ी मेहनत करनी होगी और अपने खेल में सुधार लाना होगा."
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I am happy to have been involved in the development of this school in the remote village of Irlewadi. Interacting with the kids there was a wonderful experience - these children will make our country proud one day, I wish them and their teachers the very best. pic.twitter.com/MC5TES9jf4
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दिग्गज सचिन ने कहा, "उस समय मैं निराश हो गया था क्योंकि मुझे लगा था कि मैंने बढ़िया बल्लेबाजी की लेकिन नतीजा उम्मीद के मुताबिक नहीं रहा और मेरा चयन नहीं हुआ. उसके बाद मेरी एकाग्रता और कड़ी मेहनत की क्षमता बढ़ गई. अगर आप अपने सपने पूरे करना चाहते हैं तो इसमें शॉर्टकट मदद नहीं करेंगे."
भारत के लिए 200 टेस्ट और 463 वनडे मैच खेलने वाले सचिन ने अपने लंबे करियर के लिए अपने परिवार और बचपन के कोच रमाकांत आचरेकर के योगदान को अहम बताया.
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उन्होंने कहा, "क्रिकेट में मैं अपनी सफलता का श्रेय अपने परिवार और सभी सदस्यों को देना चाहता हूं. मेरे माता पिता, मेरे भाई अजीत और नितिन जो मेरे सहयोग के लिए आगे आए और उन्होंने मेरा समर्थन किया."
सचिन ने कहा, "मेरी बड़ी बहन, जो अब शादी के बाद पुणे में रहती है, ने भी बहुत साथ दिया. वास्तव में उसी ने मुझे जीवन का पहला क्रिकेट का बल्ला दिया था."
सचिन अगले साल क्रिकेट खेलते दिखाई देंगे. उनके साथ वीरेंद्र सहवाग, ब्रायन लारा, ब्रेट ली, तिलकरत्ने दिलशान, जोंटी रोड्स भी रोड सेफ्टी वल्र्ड सीरीज में खेलते नजर आएंगे.