गुरुग्राम: जिले के बसई गांव में हुई गैंगवार की स्क्रीप्ट 57 वर्षीय बुजुर्ग महिला बाला देवी ने रची थी. महिला ने अपने देवर नरेंद्र पाल(52) के साथ मिलकर जॉनी गिरोह के तीन गुर्गों के खात्मे के लिए व्यूह रचना रची. महिला ने साजिश के तहत 13 अगस्त को अमित उर्फ काला को पैरोल पर बाहर लेकर आई और अपने भतीजे पवन नेहरा से मिलकर इस वारदात को अंजाम दिया. इस खुलासे के बाद पुलिस ने महिला और उसके देवर को गिरफ्तार कर लिया है. एसीपी क्राइम प्रीतपाल ने बताया कि आरोपियों से हुए खुलासे के बाद पुलिस जांच में जुट गई है. आरोपियों को रिमांड पर लेकर पूछताछ की जाएगी.
गौरतलब है कि बसई गांव और गुरुग्राम के विंग सोसायटी में शुक्रवार को बदमाशों ने तीन युवकों की गोली मारकर हत्या कर दी. तीनों वारदात को एक साथ अंजाम दिया गया था. गुरुग्राम में एक साथ तीन लोगों की हत्या से पुलिस के हाथ-पांव फूल गए. तीनों मृतक युवकों का संबंध जॉनी गिरोह से था. जॉनी और हरिओम के बीच गैंगवार में अबतक पांच लोग अपनी जान गंवा चुके हैं. जिसमें जॉनी का भाई मॉनी और हरिओम का छोटा भाई भी शामिल है. शुक्रवार को अब जॉनी गिरोह के तीन अन्य गुर्गों की भी हत्या हो गई.
क्या है प्लॉट विवाद जिसके चलते बसई हुआ लहूलुहान?
दरअसल बसई गांव में बदमाश जॉनी-मॉनी के एक हजार गज के प्लॉट को गैंगेस्टर हरिओम के इशारे पर बदमाश अमित उर्फ काला ने विनोद नाम के एक शख्स को बेच दिया था. जिसके बाद प्लॉट को लेकर जॉनी-मॉनी और हरिओम के बीच रंजिश शुरू हो गई. इस रंजिश में अमित उर्फ काला अहम कड़ी था. दो वर्षों से चल रही रंजिश में हरिओम, जॉनी और अमित उर्फ काला के जेल में बंद होने के बाद अमित की मां बाला देवी ने अपने देवर के साथ मिलकर ये साजिश रची. बाला देवी बाहर रहकर पूरी तैयारी कर रही थी. उसी ने अपने भतीजे पवन नेहरा को अमित का साथ देने के लिए कहा था.
नेहरा ने अपने साथियों के साथ जगह, समय और माहौल के हिसाब से ऐसी सटीक योजना बनाई की उसमें जॉनी के तीनों गुर्गे बच नहीं पाए. इस खुलासे के बाद पुलिस भी अब उसी कोण से नेहरा व अमित उर्फ काला समेत अन्य बदमाशों के ठिकानों पर दबिश दे रही है. फिलहाल महिला व उसके देवर से पुलिस पूछताछ में जुटी हुई है. जिसमें कुछ और खुलासे होने की संभावना है.
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