पानीपत: जिले की सबसे बड़ी डकैती की वारदात को अंजाम देने वाले आरोपियों से पुलिस अब तक एक करोड़ 16 लाख 65 हजार रुपये और एक 400 गज के प्लाट के कागज रिकवर कर चुकी है. रिमांड खत्म होने के बाद शनिवार को लूट की वारदात में शामिल तमाम आरोपियों को जेल भेज दिया गया.
इस मामले में डीएसपी सतीश वत्स ने बताया कि 29 जनवरी 2018 में आईआईएफएल गोल्ड लोन कंपनी में पानीपत की सबसे बड़ी डकैती हुई थी. इस मामले में पुलिस ने तीन आरोपियों को रिमांड पर लिया था. रिमांड के दौरान आरोपियों से तीस लाख रुपये नगद और 18 लाख रुपये का एक प्लाट जो कि आरोपी विजेंदर ने अपने भाई के नाम पर खरीदा था. रिकवर कर लिया गया है. उन्होंने बताया कि वहीं डकैती में शामिल एक आरोपी 8 लाख रुपये घर की मेंटेनेंस पर खर्च कर चुका था. जिसको पुलिस रिकवरी में शामिल करेगी.
डीएसपी शतीश वत्स ने इस मामले में प्रेस वार्ता कर खुलासा किया कि इस बड़ी डकैती के ढाई साल बाद ये गिरोह फिर से किसी गोल्ड लोन बैंक को निशाना बनाने जा रहे थे. इसी दौरान पुलिस के हत्थे चढ़ गए. पांच दिन के रिमांड के बाद गिरोह के सभी सदस्यों को जेल भेज दिया गया है.
डीएसपी सतीश व्यास ने कहा कि यह बड़ी सफलता है. अब तक की सबसे बड़ी डकैती को पानीपत पुलिस ने ट्रेस कर लिया और आरोपियों को सलाखों के पीछे भेज दिया.
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