सिरसा: जिला बस अड्डे से गुरुवार को सवारियों से भरी रानियां-बणी रूट पर चलने वाली बस को तीन लोग अगवा करके ले भागे. बस में करीब दो दर्जन सवारियां मौजूद थीं. जब मामले की सूचना पुलिस को लगी तो पुलिस विभाग हरकत में आया और आरोपियों को रानियां चुंगी से गिरफ्तार कर लिया.
ड्राइवर के गलत तरीके से बस चलाने पर हुआ शक
दरअसल जब आरोपी बस को अगवा करके ले जा रहे थे. उसी बस में सिरसा रोडवेज के एक परिचालक रणजीत सिंह बैठे थे. उनकी ड्यूटी ऑफ हो गई थी. इसलिए वो बस में बैठकर घर जा रहे था. ड्राइवर को गलत तरीके से गाड़ी चलाते देख उन्हें संदेह हुआ. तब उन्होंने बस को रूकवाया और बस चालक से पूछताछ करनी शुरू की. तब उन्हें सारा माजरा समझ में आ गया. जिसके बाद उन्होंने पुलिस को इसकी सूचना दी. मामले की सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया.
परिचालक की सूझ-बूझ से पकड़े गए आरोपी
परिचालक रणजीत सिंह ने बताया कि वो ड्यूटी ऑफ करने के बाद उसी बस से घर लौट रहे थे. चालक लापरवाही से बस चला रहा था. पुराना बस अड्डा पर भी बस नहीं रोकी गई. बस में सवारियां निर्धारित संख्या 30 से कम थी. इसलिए बस को रोककर सवारियां उठानी चाहिए थी. इस पर उन्हें संदेह हो गया. उन्होंने इस बारे में चालक से पूछताछ करनी शुरू की, लेकिन उसने कोई संतोषजनक जवाब नहीं दिया.
बाजार से निकलने के बाद जब बस आईटीआई कॉलेज के आगे से निकली, तो उन्होंने जबरदस्ती चालक को पकड़कर बस रूकवाई. उन्होंने बताया कि पूछताछ में दो युवकों ने खुद को महेन्द्रगढ़ का रहने वाला बताया, तो एक युवक गांव बणी का निवासी बता रहा था. इसके बाद पुलिस व रोडवेज प्रशासन को सूचित किया गया. तीनों युवकों को बस अड्डा चौकी पुलिस ने हिरासत में ले लिया है और पूछताछ कर रही है.
मुख्य आरोपी पर पहले से दर्ज हैं चोरी के मामले
डीएसपी आर्यन चौधरी ने बताया कि रोडवज की बस स्टैंड पर खड़ी थी. बस में तीन व्यक्ति चढ़े और बस को भगा कर ले गए. बस में ड्यूटी खत्म होने के बाद अपने घर जा रहे दूसरे परिचालक ने इन्हें पहचान लिया और इन्हें पकड़ लिया. पकड़े गए मुख्य आरोपी की पहचान बनी गांव निवासी सुखविंदर के रूप में हुई है. सुखविंदर के खिलाफ पहले भी चोरी के मामले दर्ज हैं. प्राथमिक जांच में पता चला है कि इन्होंने चोरी की मंशा से बस को लेकर भागे थे. फिलहाल तीनों आरोपियों के खिलाफ विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज कर आगे की कार्रवाई की जा रही है.
वहीं बस के अगवा होने की जानकारी मिलने के बाद बस अड्डा परिसर में अफरा-तफरी का माहौल बन गया. सवारियों में भी भय का माहौल पैदा हो गया. बस के अगवा होने से बस अड्डा प्रशासन की पोल खुलकर सामने आ गई है. चालक-परिचालक सहित बस अड्डा में मौजूद स्टाफ की लापरवाही का ही नतीजा है कि सवारियों से भरी बस अगवा हो जाती है और कर्मचारियों व अधिकारियों को कुछ पता नहीं चलता. फिलहाल पुलिस ने इन तीनों खिलाफ कार्रवाई शुरू कर दी है.
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