नूंह: जिले के लूहिंगाकला गांव की ढाणी बुचाबास में आशा वर्कर और आंगनबाड़ी वर्कर के साथ ग्रामीणों ने मारपीट की. पुलिस को दी शिकायत में पीड़ितों ने बताया है कि ग्रामीणों ने उनके साथ ना सिर्फ गाली-गलौज की. बल्की लाठी - डंडों से मारपीट भी की. पुन्हाना पुलिस ने चार आरोपियों के नाम मामला दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी है.
सिविल सर्जन डॉ. वीरेंद्र सिंह यादव ने बताया कि 21 अप्रैल को लूहिंगाकला गांव में आशा वर्कर सर्वे का काम कर रही थी. इसी दौरान जब आशा वर्कर और आंगनवाड़ी वर्कर बुचबास लूहिंगाकला गांव में जान मोहम्मद पुत्र अब्दुल रहमान के घर पहुंची. तो जान मोहम्मद के अलावा उसके तीन बेटों और कुछ महिलाओं ने पीड़ितों के साथ बदतमीजी करने लगी.
सीएमओ ने बताया कि इस दौरान मामला इतना बढ़ गया कि जान मोहम्मद और उसके परिवार के लोगों ने आशा वर्कर और आंगनबाड़ी वर्कर को पीटना शुरू कर दिया. जैसे तैसे आशा वर्कर और आंगनबाड़ी वर्कर वहां से भाग कर आए. इस दौरान आशा वर्कर के पति आसिफ को भी हल्की फुल्की चोटें आई.
इस मामले में कर्मचारियों ने संबंधित पीएचसी तिगांव में मामले की शिकायत दी है. जिसके बाद एसएमओ पुनहाना ने मामले को पुनहाना पुलिस के पास भेज दिया. जिसमें पुलिस ने लॉकडाउन के दौरान नियमों का पालन नहीं करने और सरकारी कर्मचारियों के साथ मारपीट सहित अनेक धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया गया है.
सिविल सर्जन डॉ. वीरेंद्र सिंह यादव ने कहा कि ऐसे हालातों में स्वास्थ्य विभाग की टीमों के साथ मारपीट बर्दाश्त नहीं की जाएगी. उन्होंने बताया कि इस मामले में डीसी पंकज और एसपी नरेंद्र सिंह बिजारणिया से बातचीत की जा रही है. जल्द ही आरोपियों की गिरफ्तारी की जाएगी.
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