लंदन : ब्रिटेन की भारतीय मूल की गृह मंत्री स्वेला ब्रेवरमैन (Suella Braverman) ने हाल में भारत-पाकिस्तान क्रिकेट मैच के बाद लीसेस्टर में हुए 'दंगों' के लिए देश में अनियंत्रित प्रवास और नए लोगों के बीच मेलजोल की कमी को जिम्मेदार ठहराया. ब्रेवरमैन ने गृह मंत्री बनने के बाद पहली बार मंगलवार शाम बर्मिंघम में आयोजित कंजरवेटिव पार्टी के सालाना सम्मेलन में पूर्वी इंग्लैंड के शहर लेस्टर के अपने दौरे का जिक्र किया, जहां पिछले महीने हिंदू और मुस्लिम समूहों के बीच झड़प हो गई थी.
सम्मेलन के दौरान ब्रेवरमैन ने कहा, 'मैं हाल में लेस्टर गई थी. वहां बड़ी संख्या में नए लोगों के बीच मेलजोल की कमी के कारण दंगे और नागरिक अव्यवस्था पैदा हुई. ब्रिटेन में इस तरह के कृत्य के लिए कोई स्थान नहीं है.' ब्रेवरमैन ने जोर देकर कहा कि ब्रिटेन की सीमाओं को नियंत्रित करना नस्लवादी नहीं है. उन्होंने कम कुशल विदेशी श्रमिकों की संख्या कम करने का वादा किया.
ब्रेवरमैन ने देश में प्रवासन को नियंत्रित करने की अपनी योजनाओं का समर्थन करते हुए अपनी पारिवारिक विरासत का जिक्र किया. ब्रेवरमैन ने कहा, 'मेरे हिसाब से यह केवल नीति या अर्थशास्त्र की बात नहीं है. यह बेहद व्यक्तिगत मामला है. मेरे माता-पिता 1960 के दशक में केन्या और मॉरीशस से यहां आए थे. वे ब्रिटेन को दूर से ही बहुत प्यार करते थे. यह ब्रिटेन ही था जिसने युवावस्था में उन्हें सुरक्षा और अवसर प्रदान किए.'
ब्रिटेन की गृह मंत्री ने कहा, 'मेरे माता-पिता कानूनी और नियंत्रित प्रवास के माध्यम से यहां आए थे. उन्होंने यहां की भाषा बोली, खुद को समुदाय के प्रति समर्पित कर दिया, उन्होंने ब्रिटिश मूल्यों को अपनाया. जब वे यहां पहुंच, तो उन्होंने ब्रिटेन को पूरी तरह से अपना लिया.' मंत्री ने दोहराया कि एकीकरण का मतलब अपनी भारतीय विरासत को छोड़ना नहीं, बल्कि ब्रिटिश पहचान को अपनाना है.
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(पीटीआई-भाषा)