रोहतक: ओलंपियन योगेश्वर दत्त नागरिक संशोधन कानून को लेकर देश में हो रहे प्रदर्शन और हिंसक घटनाओं के लिए विपक्षी दलों को जिम्मेदार मान रहे हैं. उनका कहना है कf धारा-370 जब हटाई गई तब विपक्ष को अपनी भड़ास निकालने का मौका नहीं मिला और राम मंदिर के मामले में भी विपक्ष को चुप रहना पड़ा इसलिए अब अपनी भड़ास निकालने के लिए भीड़ में अपने लोगों को घुसाकर ये हिंसात्मक घटनाएं कर रहे हैं.
उन्होंने कहा कि लोगों को ये समझाने की जरूरत है कि वास्तव में नागरिकता संशोधन कानून क्या है. क्योंकि बहुत से लोगों को इसके बारे में पता ही नहीं है और वह इस कानून को अपने खिलाफ मान रहे हैं. उन्हें पता होना चाहिए कि यह कानून देश के लिए बहुत जरूरी है क्योंकि उन्होंने खुद भी पाकिस्तानी हिंदुओं का दर्द सुना है.
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वहीं 2020 में टोक्यो में होने वाले ओलंपिक को लेकर योगेश्वर दत्त काफी आश्वस्त नजर आए और उन्होंने कहा कि इस बार जिस तरह से पहलवान देश में तैयार हुए हैं, उससे उन्हें पूरी उम्मीद है कि कुश्ती में ओलंपिक से इस बार कई पदक आएंगे.
उन्होंने कहा कि सरकार चाहे ओमप्रकाश चौटाला की रही हो या फिर भूपेंद्र हुड्डा की खेल नीति को उन सरकारों ने भी बढ़ावा दिया था और मौजूदा भाजपा सरकार ने भी खेलों को आगे बढ़ाने के लिए बहुत काम किया है. फिलहाल एक खिलाड़ी को खेल मंत्री बनाया गया है जिससे प्रदेश में खेलों का और भी विकास होगा.
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