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रोहतक: किसानों के समर्थन में पंजाब से साइकिल पर टिकरी बॉर्डर पहुंचे दो दोस्त - रोहतक न्यूज

नए साल को बाहर मनाने वाले दो दोस्तों ने अबकी बार दिल्ली के टिकरी बॉर्डर पर किसानों के बीच नए साल को मनाने का फैसला किया है. इसके लिए उन्होंने पंजाब से दिल्ली के टिकरी बॉर्डर तक का सफर साईकल पर तय किया है.

Punjab people arrive tikri border by bicycle
किसानों के समर्थन में पंजाब से साईकिल पर पहुंचे दो दोस्त
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Published : Dec 31, 2020, 5:51 PM IST

रोहतक: नए साल को बाहर मनाने वाले दो दोस्तों ने अबकी बार टिकरी बॉर्डर पर किसानों के बीच नए साल को मनाने का फैसला किया है. पंजाब से दिल्ली के टिकरी बॉर्डर पर साईकल पर सफर तय करने वाले दो दोस्तों ने ठान लिया है कि वो नववर्ष बाहर नहीं बल्कि किसानों के बीच मनाएंगे. बताया जा रहा है कि टिकरी बॉर्डर पर धरने पर बैठे किसानों के दर्द से प्रेरणा लेकर दो दोस्तों ने ये फैसला लिया है.

परमिंदर सिंह और गुरचरन सिंह नाम के ये दो युवक पंजाब के कघ्घा गांव से हैं. अकसर ये दोनों दोस्त नव वर्ष पर बाहर घूमने जाया करते हैं.लेकिन इन बार दोनों दोस्त नए साल मनाने के लिए 250 किलोमीटर साईकल चला कर टिकरी बॉर्डर पर जा रहे हैं.

किसानों के समर्थन में पंजाब से साईकिल पर पहुंचे दो दोस्त

ये भी पढ़ें: साल 2021 का काउंटडाउन शुरू, नूंह पुलिस ने किए पुख्ता इंतजाम

परमिंदर और गुरचरण का कहना है कि वो दोनों दोस्त परिवार के साथ हर साल बाहर घूमने जाते हैं. लेकिन इस साल किसान आंदोलन को समर्थन देने के लिए टीकरी बॉर्डर पर जा रहे हैं. उन्होने कहा कि अब तो मोदी सरकार को मान जाना चाहिए. ताकि किसान बर्बाद न हो. उन्होंने सरकार से तीनों कृषि कानून को वापस लेने की मांग की.

रोहतक: नए साल को बाहर मनाने वाले दो दोस्तों ने अबकी बार टिकरी बॉर्डर पर किसानों के बीच नए साल को मनाने का फैसला किया है. पंजाब से दिल्ली के टिकरी बॉर्डर पर साईकल पर सफर तय करने वाले दो दोस्तों ने ठान लिया है कि वो नववर्ष बाहर नहीं बल्कि किसानों के बीच मनाएंगे. बताया जा रहा है कि टिकरी बॉर्डर पर धरने पर बैठे किसानों के दर्द से प्रेरणा लेकर दो दोस्तों ने ये फैसला लिया है.

परमिंदर सिंह और गुरचरन सिंह नाम के ये दो युवक पंजाब के कघ्घा गांव से हैं. अकसर ये दोनों दोस्त नव वर्ष पर बाहर घूमने जाया करते हैं.लेकिन इन बार दोनों दोस्त नए साल मनाने के लिए 250 किलोमीटर साईकल चला कर टिकरी बॉर्डर पर जा रहे हैं.

किसानों के समर्थन में पंजाब से साईकिल पर पहुंचे दो दोस्त

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परमिंदर और गुरचरण का कहना है कि वो दोनों दोस्त परिवार के साथ हर साल बाहर घूमने जाते हैं. लेकिन इस साल किसान आंदोलन को समर्थन देने के लिए टीकरी बॉर्डर पर जा रहे हैं. उन्होने कहा कि अब तो मोदी सरकार को मान जाना चाहिए. ताकि किसान बर्बाद न हो. उन्होंने सरकार से तीनों कृषि कानून को वापस लेने की मांग की.

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