रोहतक: नगर निगम के मेयर मनमोहन गोयल अधिकारियों के सामने असहाय महसूस कर रहे हैं. क्योंकि उनके पास गलत काम करने वाले अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई करने की कोई शक्ति नहीं है. गोयल का कहना है कि अगर उनके पास शक्तियां हो तो गलत काम करने वाले अधिकारियों के खिलाफ वह कार्रवाई कर पाए. साथ ही उन्होंने कहा कि अकेले रोहतक ही नहीं बल्कि प्रदेश में किसी भी मेयर के पास कोई पावर नहीं हैं.
नए प्रोजेक्ट पर हो रहा काम
उन्होंने कहा कि नगर निगम क्षेत्र में विकास करने के लिए वह हर रोज नए प्रोजेक्ट पर काम कर रहे हैं. जिसमें लोगों को पीने का पानी मुहैया कराना, शहर में पार्किंग व्यवस्था को दुरुस्त करना और सड़कों पर आ रही दिक्कतों का समाधान करना हैं.
मनमोहन गोयल ने सीताराम सचदेवा को दी थी मात
आपको बता दें साल 2018 में 19 दिसंबर को मनमोहन गोयल शहर के नए मेयर बने थे. गोयल अपने प्रतिद्धंद्वी पूर्व सीएम हुड्डा समर्थित सीताराम सचदेवा को 14 हजार 776 मतों से पराजित कर शहर के मेयर बने थे. मनमोहन गोयल को 22 वार्डो में 65 हजार 822 मत प्राप्त हुए, जबकि सीताराम सचदेवा को 51 हजार 46 मत प्राप्त हुए.
हुड्डा के ‘घर’ में मारी बीजेपी ने सेंध !
आपको बता दें कि नगर निगम चुनाव में बीजेपी प्रत्याशी मनमोहन गोयल ने शुरूआत से ही हर वार्ड में लीड जारी रखी थी, आखिर तक प्रतिद्धंद्वी उनके पास नहीं पहुंच पाए. मतगणना के दौरान सबकी नजर वार्ड नंबर 14 पर थी. इसी वार्ड में कांग्रेस के सभी दिग्गज रहते हैं. पूर्व सीएम हुड्डा, पूर्व सांसद शादीलाल बतरा, विधायक शंकुतला खटक का मकान इस वार्ड में है, जबकि भाजपा के सहकारिता मंत्री भी इसी वार्ड में आते हैं. इस वार्ड में बीजेपी के गोयल को 5327 मत प्राप्त हुए, जबकि सचदेवा को 3506 और संचित नांदल को 275 वोट मिले.