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गैस पाइप लाइन कंपनी से एक करोड़ 68 लाख की ठगी का मुख्य आरोपी गिरफ्तार

रोहतक में गैस पाइप लाइन लगाने वाली कंपनी (gas pipeline company GIGL scam) से एक करोड़ 68 लाख रुपये ठगी करने वाले मुख्य आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. प्रमुख आरोपी के साथ उसके एक साथी को भी पुलिस ने अरेस्ट किया है. दोनों आरोपियों को 6 दिन की पुलिस रिमांड पर लेकर पुलिस छानबीन करेगी.

Gas Pipeline Company GSPL India Gas Net Limited
Gas Pipeline Company GSPL India Gas Net Limited
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Published : Jun 24, 2022, 8:26 PM IST

रोहतक: जिला पुलिस की टीम ने गैस पाइपलाइन कंपनी जीएसपीएल इंडिया गैस नेट लिमिटेड से एक करोड़ 68 लाख रूपए की ठगी मामले में शामिल मुख्य आरोपी व उसके साथी को गिरफ्तार कर लिया है. दोनों आरोपियों को कोर्ट में पेश कर 6 दिन की पुलिस रिमांड पर लिया गया है. कंपनी का मुख्यालय गुजरात के गांधी नगर में है. भारत सरकार ने इस कंपनी को गुजरात मेहसाना से पानीपत तक भूमिगत गैस पाईप लाइन डालने के लिए अधिकृत किया हुआ है.

हरियाणा में पाइप लाइन डाली जाने वाली अर्जित भूमि के सम्पूर्ण विवरण के लिए सिकॉन कंपनी से अनुबंध किया गया था. जिसके तहत सर्वे, राजस्व रिकॉर्ड प्राप्त करना और जांच करना शामिल था. इसके अलावा जमाबन्दी, भू-मालिकों का विवरण, नाम, पते, उनका भूमि में हिस्सा आदि का काम किया जाना था. सिकॉन कंपनी का परियोजना ऑफिस वर्ष 2019 से फरवरी 2022 तक हैफेड रोड, सुखपुरा चौक रोहतक में था. कंपनी ने अपना कार्य पूरा कर मार्च 2022 में रिपोर्ट सौंप दी. जीआईजीएल कम्पनी द्वारा डिटेल का मिलान किया गया. इस जांच में सामने आया कि कंपनी द्वारा भेजी गई मुआवजा राशि में कुछ लोग ऐसे हैं जिन्होंने सरकारी जमीनों के फर्जी कागज तैयार करके पैसे हड़प लिये.

जीएसपीएल इंडिया गैस नेट लिमिटे के रिकार्ड अनुसार वितरित की गई मुवाअजा राशि लेने वाले आरोपी ना ही भूमि मालिक हैं और न ही उनकी जमीन में पाईप लाईन डाली गई. आरोपियों ने जीआईजीएल कंपनी से धोखे से मुआवजा राशि के रूप में एक करोड़ 68 लाख 65 हजार 655 रुपये हड़प लिए. कंपनी के मैनेजर संजय भूषण की शिकायत पर इस संबंध में सिटी पुलिस स्टेशन में 26 लोगों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 420, 467, 468, 471, 406 व 120 बी के तहत केस दर्ज किया गया.

एसएचओ देशराज सिंह ने बताया कि पुलिस टीम ने अब मुख्य आरोपी तिलक नगर निवासी विकास और उसके साथी भिवानी चुंगी रोहतक निवासी कर्मजीत को गिरफ्तार किया है. विकास रिकॉर्ड का सर्वे करने वाली सिकॉन कंपनी में कंपयूटर ऑपरेटर के पद पर तैनात रहा है. विकास सरकारी विभाग, पंचायती विभाग, रेलवे विभाग आदि की जमीन के रिकॉर्ड में फेरबदल करके अपना व अपने जानकारों का नाम दर्ज कर उनके नाम से चेक तैयार करवाता था. कंपनी द्वारा चेक मिलने के बाद विकास अपने व अपने जानकारों के खाते में चैक लगाकर पैसे निकाल लेता था. इस तरीके से विकास, कर्मजीत व उसके जानकारों ने मिलकर एक करोड 68 लाख 65 हजार 655 रुपये की राशि हड़प ली. एसएचओ ने कहा कि वारदात में शामिल अन्य आरोपियों को भी जल्द गिरफ्तार किया जाएगा.

रोहतक: जिला पुलिस की टीम ने गैस पाइपलाइन कंपनी जीएसपीएल इंडिया गैस नेट लिमिटेड से एक करोड़ 68 लाख रूपए की ठगी मामले में शामिल मुख्य आरोपी व उसके साथी को गिरफ्तार कर लिया है. दोनों आरोपियों को कोर्ट में पेश कर 6 दिन की पुलिस रिमांड पर लिया गया है. कंपनी का मुख्यालय गुजरात के गांधी नगर में है. भारत सरकार ने इस कंपनी को गुजरात मेहसाना से पानीपत तक भूमिगत गैस पाईप लाइन डालने के लिए अधिकृत किया हुआ है.

हरियाणा में पाइप लाइन डाली जाने वाली अर्जित भूमि के सम्पूर्ण विवरण के लिए सिकॉन कंपनी से अनुबंध किया गया था. जिसके तहत सर्वे, राजस्व रिकॉर्ड प्राप्त करना और जांच करना शामिल था. इसके अलावा जमाबन्दी, भू-मालिकों का विवरण, नाम, पते, उनका भूमि में हिस्सा आदि का काम किया जाना था. सिकॉन कंपनी का परियोजना ऑफिस वर्ष 2019 से फरवरी 2022 तक हैफेड रोड, सुखपुरा चौक रोहतक में था. कंपनी ने अपना कार्य पूरा कर मार्च 2022 में रिपोर्ट सौंप दी. जीआईजीएल कम्पनी द्वारा डिटेल का मिलान किया गया. इस जांच में सामने आया कि कंपनी द्वारा भेजी गई मुआवजा राशि में कुछ लोग ऐसे हैं जिन्होंने सरकारी जमीनों के फर्जी कागज तैयार करके पैसे हड़प लिये.

जीएसपीएल इंडिया गैस नेट लिमिटे के रिकार्ड अनुसार वितरित की गई मुवाअजा राशि लेने वाले आरोपी ना ही भूमि मालिक हैं और न ही उनकी जमीन में पाईप लाईन डाली गई. आरोपियों ने जीआईजीएल कंपनी से धोखे से मुआवजा राशि के रूप में एक करोड़ 68 लाख 65 हजार 655 रुपये हड़प लिए. कंपनी के मैनेजर संजय भूषण की शिकायत पर इस संबंध में सिटी पुलिस स्टेशन में 26 लोगों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 420, 467, 468, 471, 406 व 120 बी के तहत केस दर्ज किया गया.

एसएचओ देशराज सिंह ने बताया कि पुलिस टीम ने अब मुख्य आरोपी तिलक नगर निवासी विकास और उसके साथी भिवानी चुंगी रोहतक निवासी कर्मजीत को गिरफ्तार किया है. विकास रिकॉर्ड का सर्वे करने वाली सिकॉन कंपनी में कंपयूटर ऑपरेटर के पद पर तैनात रहा है. विकास सरकारी विभाग, पंचायती विभाग, रेलवे विभाग आदि की जमीन के रिकॉर्ड में फेरबदल करके अपना व अपने जानकारों का नाम दर्ज कर उनके नाम से चेक तैयार करवाता था. कंपनी द्वारा चेक मिलने के बाद विकास अपने व अपने जानकारों के खाते में चैक लगाकर पैसे निकाल लेता था. इस तरीके से विकास, कर्मजीत व उसके जानकारों ने मिलकर एक करोड 68 लाख 65 हजार 655 रुपये की राशि हड़प ली. एसएचओ ने कहा कि वारदात में शामिल अन्य आरोपियों को भी जल्द गिरफ्तार किया जाएगा.

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