ETV Bharat / city

सावन स्पेशलः रोहतक का ये घेवर नहीं खाया तो क्या खाया ?

घेवर मिठाई विशेष तरीके से बनाई जाती है जिसमें दूध और मैदा के घोल को एक हल्की और छोटी कढ़ाई में घी में पकाकर तैयार किया जाता है इसके बाद इस मिठाई को मीठी चाशनी में डालकर बाहर निकाला जाता है जिसके ऊपर मावा लगाया जाता है.

बरसात के मौसम की सबसे मशहूर मिठाई
author img

By

Published : Jul 13, 2019, 8:45 AM IST

Updated : Jul 13, 2019, 7:35 PM IST

रोहतक: उत्तर भारत में बरसात के मौसम में सभी मिठाइयों में घेवर की मिठाई का प्रचलन सबसे ज्यादा है. बरसात शुरू होने के साथ ही हलवाई अपनी दुकानों में घेवर की मिठाई बनाना शुरू कर देते हैं. पूरे सावन के महीने में लोग अपने सगे संबंधियों को दूर-दूर तक ये मिठाई शगुन के तौर पर पहुंचाते हैं.

क्लिक कर देखें वीडियो

ये भी पढ़ें- रोडवेज बस के नीचे आने से एक छात्र मौत , आरोपी बस चालक बस छोड़ फरार

ऐसे बनाई जाती है घेवर की मिठाई

घेवर मिठाई विशेष तरीके से बनाई जाती है जिसमें दूध और मैदा के घोल को एक हल्की और छोटी कढ़ाई में घी में पकाकर तैयार किया जाता है इसके बाद इस मिठाई को मीठी चाशनी में डालकर बाहर निकाला जाता है जिसके ऊपर मावा लगाया जाता है. आजकल घेवर की मिठाई की बाजारों में धूम मची हुई है. सावन के महीने में लोग अपने सगे-संबंधियों को शगुन के तौर पर भेजते हैं. ये परंपरा काफी पुरानी है विशेष तौर पर भाई अपने बहन के यहां सावन की तीज से पहले जो शगुन देकर आता है. उसमें प्रमुख रूप से घेवर की मिठाई जरूर दी जाती है जिसे लोग बड़े चाव से खाते हैं.

ये भी पढ़ें- 10वीं, 12 वीं की कंपार्टमेंट परीक्षा आज, प्रदेशभर में बने 255 परीक्षा केंद्र

मशहूर है रोहतक का घेवर

रोहतक का घेवर पूरे हरियाणा में सबसे ज्यादा पसंद किया जाता है. रोहतक के बड़े बाजार की मार्केट में घेवर विशेष रूप से तैयार किया जाता है जहां से देश के दूसरे प्रांतों से लेकर विदेशों तक घेवर भेजा जाता है.

रोहतक: उत्तर भारत में बरसात के मौसम में सभी मिठाइयों में घेवर की मिठाई का प्रचलन सबसे ज्यादा है. बरसात शुरू होने के साथ ही हलवाई अपनी दुकानों में घेवर की मिठाई बनाना शुरू कर देते हैं. पूरे सावन के महीने में लोग अपने सगे संबंधियों को दूर-दूर तक ये मिठाई शगुन के तौर पर पहुंचाते हैं.

क्लिक कर देखें वीडियो

ये भी पढ़ें- रोडवेज बस के नीचे आने से एक छात्र मौत , आरोपी बस चालक बस छोड़ फरार

ऐसे बनाई जाती है घेवर की मिठाई

घेवर मिठाई विशेष तरीके से बनाई जाती है जिसमें दूध और मैदा के घोल को एक हल्की और छोटी कढ़ाई में घी में पकाकर तैयार किया जाता है इसके बाद इस मिठाई को मीठी चाशनी में डालकर बाहर निकाला जाता है जिसके ऊपर मावा लगाया जाता है. आजकल घेवर की मिठाई की बाजारों में धूम मची हुई है. सावन के महीने में लोग अपने सगे-संबंधियों को शगुन के तौर पर भेजते हैं. ये परंपरा काफी पुरानी है विशेष तौर पर भाई अपने बहन के यहां सावन की तीज से पहले जो शगुन देकर आता है. उसमें प्रमुख रूप से घेवर की मिठाई जरूर दी जाती है जिसे लोग बड़े चाव से खाते हैं.

ये भी पढ़ें- 10वीं, 12 वीं की कंपार्टमेंट परीक्षा आज, प्रदेशभर में बने 255 परीक्षा केंद्र

मशहूर है रोहतक का घेवर

रोहतक का घेवर पूरे हरियाणा में सबसे ज्यादा पसंद किया जाता है. रोहतक के बड़े बाजार की मार्केट में घेवर विशेष रूप से तैयार किया जाता है जहां से देश के दूसरे प्रांतों से लेकर विदेशों तक घेवर भेजा जाता है.

Intro:उत्तर भारत में बरसात के मौसम में सभी मिठाइयों में घेवर की मिठाई का प्रचलन सबसे ज्यादा पाया जाता है बरसात शुरू होने के साथ ही हलवाई अपनी दुकानों में घेवर की मिठाई बनाना शुरू कर देते हैं पूरे सावन के महीने में लोग अपने सगे संबंधियों को दूर-दूर तक यह मिठाई शगुन के तौर पर पहुंचाते हैंBody:एक घेवर की मिठाई एक विशेष तरीके से बनाई जाती है जिसमें दूध और मैदा के घोल को एक हल्की और छोटी कढ़ाई में गोल चक्कर के रूप में घी में पकाकर तैयार किया जाता है इसके बाद इस मिठाई को मीठी चाशनी में डालकर बाहर निकाला जाता है जिसके ऊपर मावा आधी लगाया जाता है आजकल घेवर की मिठाई मिठाई की बाजारों में धूम मची हुई है सावन के महीने में लोग अपने सगे संबंधियों को शगुन के तौर पर भेजते हैं यह परंपरा काफी पुरानी है विशेष तौर पर भाई अपने बहन के यहां सावन की तीज से पहले जो शगुन देकर आता है उसमें प्रमुख रूप से घेवर की मिठाई जरूर दी जाती है जिसे लोग बड़े चाव से खाते हैं Conclusion:आजकल हलवाई होने अपने यहां सभी मिठाइयां छोड़कर केवल घेवर की मिठाई तैयार करने पर ही जोर दिया हुआ है हरियाणा की बात करें तो रोहतक का घेवर पूरे हरियाणा में सबसे ज्यादा पसंद किया जाता है रोहतक के बड़े बाजार की मार्केट में घेवर विशेष रूप से तैयार किया जाता है जहां से देश के दूसरे प्रांतों से लेकर विदेशों तक घेवर भेजा जाता है
Last Updated : Jul 13, 2019, 7:35 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.