रोहतक: हरियाणा के पूर्व मंत्री सुभाष बत्रा और कृष्णमूर्ति हुड्डा ने राज्यसभा चुनाव में हार के लिए सीधे प्रदेश अध्यक्ष और नेता विपक्ष भूपेंद्र हुड्डा को निशाने पर लिया है. दोनों पूर्व मंत्रियों ने कहा कि इस हार की जिम्मेदारी हरियाणा प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष उदय भान और कांग्रेस विधायक दल के नेता भूपेंद्र सिंह हुड्डा को लेना चाहिए. सुभाष बत्रा और कृष्णमूर्ति हुड्डा सोमवार को रोहतक में पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे.
कृष्णमूर्ति हुड्डा और सुभाष बत्रा कांग्रेस के सीनियर नेता हैं और भजनलाल सरकार में मंत्री रहे हैं. उन्होंने कहा कि विधायक कुलदीप बिश्नोई ने भाजपा समर्थित प्रत्याशी कार्तिकेय शर्मा को वोट दिया. जबकि एक कांग्रेस विधायक का वोट रद्द हुआ. कांग्रेस आलाकमान को हाई लेवल जांच करवाकर उस विधायक का पता लगाना चाहिए. यह भी पता लगाना चाहिए कि उस विधायक ने किसके कहने से गलत वोट किया. इस मामले में पार्टी के वरिष्ठ नेता भी हो सकते हैं. गलत वोट देने से भाजपा-जजपा के प्रत्याशी को लाभ मिला और वह चुनाव जीत गए.
दोनों नेताओं ने कहा कि अगर 2016 में कांग्रेस आलाकमान राज्यसभा चुनाव में स्याही काण्ड की सही जांच की होती तो 2022 को राज्यसभा चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी अजय माकन की शर्मनाक हार नहीं होती. सुभाष बत्रा और कृष्णमूर्ति हुड्डा ने कहा कि राज्यसभा चुनाव में पर्याप्त मत होने के बावजूद पार्टी की शर्मनाक हार से पूरे प्रदेश का कांग्रेसी कार्यकर्ता हताश व परेशान है. पार्टी आलाकमान से उम्मीद करते हैं कि राज्यसभा चुनाव की सच्चाई सामने आए और जिसने भी विश्वासघात किया है उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए. राज्य कांग्रेस के नेतृत्व ने दावा किया था कि वह आजाद विधायकों के साथ-साथ भाजपा व जजपा के विधायकों के सम्पर्क में थे. लेकिन एक भी विधायक को राज्य कांग्रेस का शीर्ष नेतृत्व अपने पक्ष में नहीं ला पाया.
महम के निर्दलीय विधायक बलराज कुंडू ने वोट न देकर अप्रत्यक्ष रूप से भाजपा की मदद की. कुंडू को भाजपा के खिलाफ वोट करना चाहिए था. दोनों पूर्व मंत्रियों ने कहा कि कांग्रेस विधायकों को 7 दिन रायपुर में प्रशिक्षण देने के बाद भी एक विधायक ने गलत ढंग से वोट दिया. इसकी सच्चाई कांग्रेस कार्यकर्ता जानना चाहता है. विधायक दल के नेता को 7 दिन रायपुर में विधायकों के साथ रहना चाहिए था. राज्यसभा में पार्टी की हार से पार्टी के जमीन से जुड़े सभी कार्यकर्ताओं का मनोबल टूटा है.