रोहतक: गन्ने के बकाया पैसे का भुगतान करने, ट्रैक्टरों की सब्सिडी जारी करने, बर्बाद हुई फसलों का मुआवजा देने, बिजली के ट्यूबवेल कनेक्शन जारी करने समेत कई मांगों को लेकर किसान सभा ने मंगलवार से रोहतक उपायुक्त कार्यालय पर अनिश्चित कालीन धरना शुरू कर दिया है. किसान नेताओ के अनुसार ये धरना समस्याओं के समाधान न होने तक चलेगा.
प्रशासन पर लगाए अनदेखी के आरोप
किसान नेताओं का आरोप है कि प्रशासन किसानों की समस्याओं को हल करने में पूरी तरह विफल है. इसके विरोध में किसान सभा ने उपायुक्त कार्यालय के बाहर धरना शुरू किया है. किसान इन समस्याओं को लेकर प्रशासन को पहले भी अवगत करवा चुके हैं, लेकिन प्रशासन का इस और कोई ध्यान नहीं है.
किसान नेता प्रीत सिंह का कहना है कि शुगर मिल को बंद हुए लगभग दो माह बीत चुके हैं, लेकिन किसानों का करोड़ों का भुगतान समेत सिक्योरिटी राशि अभी तक बकाया है. सरकार किसानों के पैसे का इस्तेमाल कर रही है जबकि किसान कर्ज उठाकर खेती करने को मजबूर हैं. ट्रेक्टर की लाखों रुपये की सब्सिडी बकाया है, बर्बाद हुई फसलों का पिछले तीन साल से मुआवजा नहीं जारी किया जा रहा है.
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किसान फसलों के बर्बाद होने से और ज्यादा घाटा उठाने को मजबूर हैं और सरकार मुआवजा बांटने में तरह-तरह के बहाने बनाकर देरी कर रही है. उन्होंने कहा कि केंद्र की मोदी सरकार व खट्टर सरकार कोरोना और बजट की कमी की आड़ लेकर किसानों को उजाड़ने पर तुली हुई है. इसीलिए किसान सभा ने किसानों की सभी लंबित समस्याओं को लेकर अनिश्चित कालीन धरना शुरू किया है. जब तक किसानों की इन समस्याओं का समाधान नहीं होगा तब तक धरना जारी रहेगा. फिर भी अगर समस्याओं का समाधान नहीं होता तो बड़ा प्रदर्शन करने को मजबूर होंगे.