रोहतक: अखिल भारतीय परिसंघ के आह्वान पर पूरे देश में 3 जुलाई को सरकार के खिलाफ रोष प्रदर्शन किया जाएगा. जिसमें कर्मचारी महासंघ भी शामिल होगा. बताया जा रहा है कि निजीकरण और केंद्रीय कर्मचारियों के महंगाई भत्ते को एक साल तक फ्रीज करने को लेकर ये रोष प्रदर्शन किया जाएगा. वहीं हरियाणा में निजीकरण और बढ़ते पेट्रोल और डीजल के दामों को लेकर कर्मचारी महासंघ प्रदर्शन करेगा.
कर्मचारी महासंघ के नेताओं ने जननायक जनता पार्टी पर कटाक्ष करते हुए कहा कि सत्ता में आने से पहले जेजेपी भी कर्मचारियों के हितों की बात करती थी. लेकिन सत्ता में आने के बाद उसने भी कर्मचारियों के हितों की रक्षा नहीं की.
गौरतलब है कि सरकार ने कोरोना के चलते केंद्रीय कर्मचारियों का एक साल का महंगाई भत्ता फ्रीज कर दिया. वहीं हरियाणा के उचाना और नरवाना में बिजली के 5 फीडरों को सरकार निजी हाथों में सौंपने की तैयारी में है. जिसके विरोध में हरियाणा कर्मचारी महासंघ आगे आया है.
कर्मचारी महासंघ के प्रांतीय महासचिव वीरेंद्र सिंह धनखड़ का कहना है कि 28 अप्रैल को मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंस के साथ मीटिंग हुई थी और मीटिंग में तय हुआ था कि किसी भी कर्मचारी को नौकरी से नहीं हटाया जाएगा. लेकिन सरकार वादा खिलाफी कर रही है.
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उन्होंने कहा कि सरकार देश में पेट्रोल और डीजल के दाम लगातार बढ़ा रही है. जिससे आमजन पर बड़ा बोझ पड़ रहा है. उन्होंने इस दौरान जननायक जनता पार्टी को भी कटघडे में खड़ा करते हुए कहा कि जेजेपी ने जनता के साथ और कर्मचारियों के साथ धोखा किया है.