पानीपत: सोमवार से शारदीय नवरात्रि 2022 (Sharadiya Navratri 2022) की शुरुआत हो चुकी है. नवरात्रि के प्रथम दिन मां शैलपुत्री की पूजा अर्चना की जाती (Maa Shailputri Worship on first day of Navratri) है. मां के दर्शन के लिए मंदिरों में भक्तों का तातां लगा हुआ है. नौ दिनों तक मां दुर्गा के नौ शक्ति रूपों की पूजा की जाएगी. नवरात्रि के पहले दिन कलश स्थापना की जाती है. कलश स्थापना के बाद मां का आवाहन किया जाता है. उनकी आराधना की जाती है. भक्तों को नवरात्रि का बड़े ही बेसब्री से इंतजार रहता है. मंदिरों में भी मां के जयकारे से पूरा परिसर गुंजायमान हो जाता है. नौ दिन नौ अलग-अलग रूपों के दर्शन मां के मिलते हैं.
वहीं, हरियाणा में भी नवरात्रि की धूम (Navratri celebrations in Haryana) है. नवरात्रि के पहले दिन पानीपत के प्राचीन देवी मंदिर में बड़ी संख्या में श्रद्धालु पूजा-अर्चना करने पहुंचे हैं. सुबह 4 बजे ही मंदिर के कपाट खोल दिए गए. ऐसे में माता की पाजी के लिए सुबह से ही श्रद्धालु मंदिर पहुंच रहे हैं. प्राचीन देवी मंदिर को इस बार बेंगलुरु और कोलकाता से मंगवाए गए फूलों से सजाया जाएगा.
यह भी पढ़ें-Shardiya Navratri 2022: जाने कैसे करें नवरात्रि में कलश स्थापना ...