पानीपत: जिले के छोटे से गांव आसनकला की रहने वाली निर्मल तंवर को महिला वालीबॉल टीम की कप्तान बनाया गया था और अपनी कप्तानी में उन्होंने नेपाल में हुई नेशनल वालीबॉल प्रतियोगिता में भारत को गोल्ड दिलवाया. पानीपत पहुंचने पर निर्मल का जोरदार स्वागत हुआ.
निर्मल ने कहा कि मुझे 28 नवंबर को डेंगू हो गया था मैं मैदान में नहीं जा पा रही थी, बड़ी परेशान थी लेकिन भारत नेपाल से पिछड़ रहा था. निर्मल बेस्ट अटैकर के रूप में जानी जाती है और डेंगू होने के बावजूद भी वह मैदान में उतरी और भारत को गोल्ड दिलवाकर भारत का नाम रोशन किया.
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तंवर अपना प्रेरणा श्रोत्र पिता, भाई व कोच को मानती हैं. निर्मल के भाई अंकित ने कहा कि मेरा और मेरे पिता का सपना था कि हम वालीबॉल में गोल्ड मेडल जीते और यह सपना मेरी बहन ने पूरा किया है. वह 7 साल की उम्र से ही वह वालीबॉल खेल रही है. हमें अपनी बहन पर गर्व है.
वहीं निर्मल तंवर ने देश में उठ रहे महिला सुरक्षा के मुद्दे पर कहा कि हैदराबाद में जिस बेटी पर इतना जुल्म और उसकी निर्मम हत्या हुई है. ऐसे लोगों को फांसी की सजा होनी चाहिए, कोई सुनवाई नहीं होनी चाहिए.
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