पानीपत: देशभर में इन दिनों लोग गर्मी का थर्ड डिग्री टॉर्चर झेल रहे हैं. ऐसे में राहत पाने के लिए जूस, कोल्डड्रिंक और मीठे फलों का ही सहारा है. फलों के लिहाज से इन दिनों सबसे ज्यादा तरबूज बिकता है, जो स्वादिष्ट तो होता ही है साथ में शरीर में पानी की कमी को भी पूरा करता है. लेकिन क्या आपने कभी रंग-बिरंगे तरबूज खाए हैं? जी हां हम बात कर रहे हैं पानीपत के रंग-बिरंगे तरबूज की. जहां तरबूज का रंग बाहर से पीला और अंदर से लाल या बाहर से हरा और अंदर से पीला है.
किसान उगा रहा तरबूज की 3 वैरायटी: हरियाणा के पानीपत में आपको ताइवान (TAIWAN BREED WATERMELON IN PANIPAT) और थाईलैंड के तरबूज (THAILAND BREED WATERMELON IN PANIPAT) का स्वाद चखने को मिलेगा. जिले के गांव शिवा के किसान रामप्रताप (FARMER RAMPRATAP OF SHIVA VILLAGE) द्वारा लगाए गए तरबूजों के लोग इतने दीवाने हैं कि शाम होते ही उनके पास खरीदारों की लाइन लग जाती है. इन दिनों ताइवान की नस्ल के इस तरबूज की डिमांड बढ़ती जा रही है. किसान रामप्रताप ने इन त्रिभुजों की वैरायटी के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि वह पहले से ही 3 किस्म के तरबूज उगा रहे हैं जो थाईलैंड की नस्ल है और इन तीनों की बाजारों में कीमत अलग-अलग मिलती है.
कितनी है तरबूज की कीमत: सामान्य तरबूज की तरह दिखने वाले इन तरबूज की कीमत ₹30 प्रति किलो और अंदर से लाल बाहर से पीले दिखने वाले तरबूज की कीमत ₹40 प्रति किलो और अंदर से पीले और बाहर से हरा दिखने वाले तरबूज की कीमत मार्केट में ₹50 प्रति किलो के हिसाब से मिल रही है. ताइवान की नस्ल (TAIWAN BREED WATERMELON IN PANIPAT) जो ऊपर से हरा और अंदर से पीला दिखती है इसका नाम आरोही है और ऊपर से पीला अंदर से लाल दिखने वाले तरबूज का नाम विशाला है और ऊपर से लाइट ग्रीन और अंदर से लाल दिखने वाले तरबूज का नाम जन्नत है.
क्या कहते है रामप्रताप: रामप्रताप ने बताया कि उन्होंने 2019 में ताइवान की नस्ल के बीच ट्रायल के तौर पर अपने खेतों में लगाए थे और उनका यह ट्रायल सफल हुआ. वहीं इजराइल से आए एक डेलिगेशन रामप्रताप की खेती से खुश होकर उन्हें सम्मानित भी किया था. इस बार रामप्रताप ने थाईलैंड के नस्ल के बीज से चार प्रकार की वैरायटी ट्रायल के लिए उगाई है और यह ट्रायल उनका सफल हुआ. अभी इंचार्ज वैरायटी के नाम नहीं रखे गए (Demand Of Panipat Watermelon) हैं. यह बाहर से हरा और अंदर से नारंगी नस्ल का तरबूज है. ट्रायल के लिए उगाए गए इस तरबूज की भी अच्छी खासी कीमत रामप्रताप को बाजार में मिल रही है.
शुगर के मरीजों के लिए भी फायदेमंद: किसान रामप्रताप का कहना है कि उनके द्वारा उगाए गए यह तरबूज अन्य तरबूज के मुकाबले ज्यादा मीठे है और इन में शुगर की मात्रा कम है. चाहे जितना भी खाओ शुगर का लेवल नहीं बढ़ेगा इसको शुगर के मरीज भी खा सकते हैं. रामप्रताप 1 एकड़ में सिर्फ तरबूज को उगाते हैं और उनके तरबूज की कीमत ₹30 से लेकर ₹50 किलो तक की होती है और वह 1 एकड़ से प्रति वर्ष 4 से ₹5,00,000 मुनाफा कमाते हैं. वह अपने खेतों में 17 तरह की सब्जियां उगाते हैं जो कि उनकी हाथों-हाथ खेतों में ही खरीदने के लिए लोग पहुंच जाते हैं.
बता दें, रामप्रताप अपने खेत में फल और सब्जियों को ऑर्गेनिक तरीके से उगाते हैं और उनके पास दूर-दूर से लोग सब्जियां खरीदने के लिए आते हैं. वह बाजार की मंडियों में कभी भी फल और सब्जियों को बेचने के लिए नहीं जाते बल्कि लोग खुद उनके पास आकर फल सब्जियां खरीदते हैं. रामप्रताप को कई बार हरियाणा सरकार और यूनिवर्सिटी द्वारा सम्मानित भी किया जा चुका है.
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