पानीपत: देशभर में इन दिनों गर्मी और लू कहर बरपा रहे हैं. ऐसे में राहत पाने के लिए जूस, कोल्डड्रिंक और मीठे फलों का ही सहारा है. फलों के लिहाज से इन दिनों सबसे ज्यादा तरबूज बिकता है, जो स्वादिष्ट तो होता ही है साथ में शरीर में पानी की कमी को भी पूरा करता है. पानीपत में यमुना किनारे उगे तरबूजों की डिमांड रहती (Great Demand Of Panipat Watermelon) है.
यमुना की तलहटी में उगते हैं तरबूज- हाइवे किनारे तरबूज बेच रहे विक्रेता बताते हैं कि यमुना की तलहटी इन तरबूजों को खास बनाती (Famous Watermelon Of Panipat) है. तरबूज बेचने वाले इदरीस बताते हैं यमुना का मीठा पानी इसे दूसरे तरबूजों से मीठा और स्वादिष्ट बनाता है और यही वजह है कि इनकी डिमांड गर्मियों में इतनी अधिक होती है. इदरीस बताते हैं कि वो रोजाना कई क्विंटल तरबूज बेच रहे हैं.
हाइवे और मंडी में बिक रहे तरबूज- अप्रैल के आखिर में किसान इन तरबूजों को बेल से तोड़ लेते हैं और स्थानीय मंडियों में बेचने के लिए पहुंचते हैं. कई किसान हाइवे किनारे ही इन तरबूजों को बेचते हैं जिससे इन्हें अच्छा मुनाफा मिलता है. इदरीस बताते हैं कि ये तरबूज साइज में भी दूसरे के मुकाबले बड़े होते हैं और दूसरे राज्यों से आने वाले तरबूजों के मुकाबले ये अधिक स्वादिष्ट होते हैं. दूसरे राज्यों से आने वाली तरबूज की खेप कई दिन पहले तोड़ी गई होती है और उसके बाद कोल्ड स्टोरेज में पहुंचती है. लेकिन यमुना किनारे का तरबूज बेल से टूटकर सीधे हाइवे किनारे बिकने पहुंचता है. यही वजह है कि ये सस्ता भी मिलता है.
बहुत खास है ये तरबूज- इदरीस के मुताबिक वो 20 रूपये किलो और 80 रुपये धड़ी (5 किलो) के हिसाब से तरबूज बेच रहे हैं और उनकी अच्छी कमाई भी हो रही है. गर्मी के कारण लोग तरबूज खरीद रहे हैं और अच्छी क्वालिटी के कारण लोग इसे पसंद भी कर रहे हैं. तरबूज उगाने वाले किसान मेघराज शर्मा बताते हैं कि यमुनानगर से लेकर दिल्ली तक यमुना किनारे इन तरबूजों को उगाया जाता (Watermelon Grown On The Banks Of Yamuna) है. जब यमुना में पानी होता है तो किनारों की मिट्टी बदल जाती है, नदी के बहाव के कारण मिट्टी का उलट-पटल होने से इसकी उर्वरक क्षमता बढ़ती है, तरबूज की फसल के लिए फायदेमंद होती है.
इस बार अच्छी है फसल- बीते दो साल से कोरोना की मार झेल रहे तरबूज उत्पादकों के मुताबिक इस बार फसल अच्छी हुई है. एक बार की तुड़ाई में 200 क्विंटल के करीब तरबूज मिल जाता है. फल की क्वालिटी भी अच्छी है, ये तरबूज दिल्ली, पंजाब, देहरादून, चंडीगढ़, सहारनपुर की मंडियों तक (Demand Of Panipat Watermelon) पहुंचता है.
किसानों का मानना है कि यहां का तरबूज अन्य तरबूज के मुकाबले बड़ा और मीठा है क्योंकि इसका मुख्य कारण है भूमि बदलाव जब यमुना का जलस्तर बढ़ता है तो मिट्टी भी दूसरी जगह कि बहकर वहां आ जाती है और दूसरी जगह के पोषक तत्व वहां इकट्ठा हो जाते हैं हर साल यहां की भूमि में बदलाव हो जाता है और मिठास फल में 2 गुना हो जाती है किसानों का मानना है कि यमुना की तलहटी पर जितने भी हजारों एकड़ खेत है वहां इस समय तरबूज और खरबूजे की फसल ही उगाई जाती है.