ETV Bharat / city

महिला उद्यमी ने परंपरा को बनाया स्टार्टअप, पीतल के बर्तनों से करियर को दिया नया आयाम

कीर्ती ने बताया कि उनके द्वारा बनाए गए जग, गिलास, चाय के कप, घड़ा लोगों को आकर्षित कर रहे हैं. कीर्ती के अनुसार आम लोगों में धातु के बर्तनों को लेकर जागरूकता आई है.

startup of brass pot in panchkula
पीतल के बर्तनों को फिर से घरों में पहुंचने की मूहिम
author img

By

Published : Jan 6, 2020, 1:58 PM IST

पंचकूला: आधुनिकता के दौर में लुप्त हो रहे ठठेरों की क्षमता को पंचकूला की रहने वाली युवा कीर्ती गोयल ने पहचान है. नई दिल्ली से फैशन डिजाइनिंग का कोर्स करने वाली कीर्ती अब पीतल के बर्तनों की डिजाइनिंग कर रही है. कीर्ती ने पीटेल के नाम से अपनी कंपनी भी रजिस्टर्ड करवा ली है. पंजाब इन्वेस्टर्स कॉन्फ्रेंस में कीर्ति का स्टॉल लोगों के लिए आकर्षण का केंद्र रहा.

'साल भर पहले पीतल के बर्तनों पर शोध किया'

कीर्ती ने बताया कि उन्होंने 1 साल तक पीतल के बर्तनों पर शोध किया. कीर्ती ने बताया कि अमृतसर जिले के जंडियाला गुरु के ठठेरों को 2014 में यूनेस्को ने मान्यता दी थी, जिसका अध्ययन उसने बारीकी से किया.

'लोग पीतल के बर्तनों का इस्तेमाल करेंगे'

कीर्ती ने बताया कि उनके द्वारा बनाए गए जाग, गिलास, चाय के कप, घड़े लोगों को आकर्षित कर रहा है. कीर्ती के अनुसार आम लोगों में धातु के बर्तन को लेकर जागरूकता आई है. क्योंकि प्लास्टिक, एलुमिनियम और बोन चाइना आदि के साइड इफेक्ट को लेकर लोगों को पता चलना शुरू हो गया है और उन्हें उम्मीद है कि आने वाले दिनों में लोग पीतल के बर्तनों को फिर से इस्तेमाल में लाएंगे. कीर्ती ने कहा कि पीतल के बर्तनों में खाने पीने से कई प्रकार की बीमारियां दूर रहती हैं.

पीतल के बर्तनों को फिर से घरों में पहुंचाने की मूहिम, देखें वीडियो

कीर्ती गोयल ने बताया कि पंजाब इन्वेस्टर्स कॉन्फ्रेंस में जाने का उन्हें बहुत फायदा मिला. उन्होंने बताया कि इन्वेस्टर्स कॉन्फ्रेंस में बहुत से इन्वेस्टर्स आए थे, जिनसे उनकी मुलाकात भी हुई और उन्हें कीर्ती के पीतल के क्राफ्ट के बारे में पता लगा. कीर्ती ने बताया कि फिलहाल उनकी आमदनी अच्छी है, हालांकि बिजनेस में तब्दील हुए अभी 1 साल पूरा नहीं हुआ और इस साल उनका टर्नओवर 40 लाख तक पहुंचने वाला है.

'हरियाणा सरकार से मदद नहीं ली'
सरकार से मदद मिलने के बारे जब कीर्ती से पूछा गया तो कीर्ती ने बताया कि हरियाणा सरकार से किसी प्रकार के लोन की मांग उनकी तरफ से नहीं की गई. कीर्ती ने बताया कि फिलहाल वो पंजाब सरकार के साथ काम कर रही थीं और पंजाब सरकार में मिनिस्टर रहे नवजोत सिंह सिद्धू की तरफ से 10 लाख की ग्रांट सेंक्शन हुई थी. कीर्ति ने बताया कि वो आगे ग्रांट लेने की बजाय मुद्रा लोन लेने की सोच रही हैं.

ये भी पढ़ें- CAA नागरिकता देने का कानून है, कांग्रेस मुसलमानों को डरा रही है- कृष्णपाल गुर्जर

पंचकूला: आधुनिकता के दौर में लुप्त हो रहे ठठेरों की क्षमता को पंचकूला की रहने वाली युवा कीर्ती गोयल ने पहचान है. नई दिल्ली से फैशन डिजाइनिंग का कोर्स करने वाली कीर्ती अब पीतल के बर्तनों की डिजाइनिंग कर रही है. कीर्ती ने पीटेल के नाम से अपनी कंपनी भी रजिस्टर्ड करवा ली है. पंजाब इन्वेस्टर्स कॉन्फ्रेंस में कीर्ति का स्टॉल लोगों के लिए आकर्षण का केंद्र रहा.

'साल भर पहले पीतल के बर्तनों पर शोध किया'

कीर्ती ने बताया कि उन्होंने 1 साल तक पीतल के बर्तनों पर शोध किया. कीर्ती ने बताया कि अमृतसर जिले के जंडियाला गुरु के ठठेरों को 2014 में यूनेस्को ने मान्यता दी थी, जिसका अध्ययन उसने बारीकी से किया.

'लोग पीतल के बर्तनों का इस्तेमाल करेंगे'

कीर्ती ने बताया कि उनके द्वारा बनाए गए जाग, गिलास, चाय के कप, घड़े लोगों को आकर्षित कर रहा है. कीर्ती के अनुसार आम लोगों में धातु के बर्तन को लेकर जागरूकता आई है. क्योंकि प्लास्टिक, एलुमिनियम और बोन चाइना आदि के साइड इफेक्ट को लेकर लोगों को पता चलना शुरू हो गया है और उन्हें उम्मीद है कि आने वाले दिनों में लोग पीतल के बर्तनों को फिर से इस्तेमाल में लाएंगे. कीर्ती ने कहा कि पीतल के बर्तनों में खाने पीने से कई प्रकार की बीमारियां दूर रहती हैं.

पीतल के बर्तनों को फिर से घरों में पहुंचाने की मूहिम, देखें वीडियो

कीर्ती गोयल ने बताया कि पंजाब इन्वेस्टर्स कॉन्फ्रेंस में जाने का उन्हें बहुत फायदा मिला. उन्होंने बताया कि इन्वेस्टर्स कॉन्फ्रेंस में बहुत से इन्वेस्टर्स आए थे, जिनसे उनकी मुलाकात भी हुई और उन्हें कीर्ती के पीतल के क्राफ्ट के बारे में पता लगा. कीर्ती ने बताया कि फिलहाल उनकी आमदनी अच्छी है, हालांकि बिजनेस में तब्दील हुए अभी 1 साल पूरा नहीं हुआ और इस साल उनका टर्नओवर 40 लाख तक पहुंचने वाला है.

'हरियाणा सरकार से मदद नहीं ली'
सरकार से मदद मिलने के बारे जब कीर्ती से पूछा गया तो कीर्ती ने बताया कि हरियाणा सरकार से किसी प्रकार के लोन की मांग उनकी तरफ से नहीं की गई. कीर्ती ने बताया कि फिलहाल वो पंजाब सरकार के साथ काम कर रही थीं और पंजाब सरकार में मिनिस्टर रहे नवजोत सिंह सिद्धू की तरफ से 10 लाख की ग्रांट सेंक्शन हुई थी. कीर्ति ने बताया कि वो आगे ग्रांट लेने की बजाय मुद्रा लोन लेने की सोच रही हैं.

ये भी पढ़ें- CAA नागरिकता देने का कानून है, कांग्रेस मुसलमानों को डरा रही है- कृष्णपाल गुर्जर

Intro:किसी ने शायद ही सोचा होगा कि आज के ठठेरे युवाओं के लिए स्टार्टअप बन सकते हैं। आधुनिकता के दौर में लुप्त हो रहे ठठेरों की क्षमता को पंचकूला की रहने वाली युवा कीर्ति गोयल ने पहचान है। नई दिल्ली से फैशन डिजाइनिंग का कोर्स करने वाली कीर्ति अब पीतल के बर्तनों की डिजाइनिंग कर रही है। कीर्ति ने पीटेल के नाम से अपनी कंपनी भी रजिस्टर्ड करवा ली है। पंजाब इन्वेस्टर्स कॉन्फ्रेंस में कीर्ति का स्टॉल लोगों के लिए आकर्षण का केंद्र रहा। कीर्ति ने बताया कि उन्होंने 1 वर्ष तक पीतल के बर्तनों पर शोध किया। कीर्ति ने बताया कि अमृतसर जिले के जंडियाला गुरु के ठहरो को 2014 में यूनेस्को ने मान्यता दी थी जिसका अध्ययन उसने बारीकी से किया।


Body:कीर्ति ने बताया कि उनके द्वारा बनाए गए जाग, गिलास, चाय के कप, घड़ा लोगों को आकर्षित कर रहा है। कीर्ति के अनुसार आम लोगों में धातु के बर्तन को लेकर जागरूकता आई है क्योंकि प्लास्टिक, एलुमिनियम व बोन चाइना आदि के साइड इफेक्ट को लेकर लोगों को पता चलना शुरू हो गया है और उन्हें उम्मीद है कि आने वाले दिनों में लोग पीतल के बर्तनों को फिर से इस्तेमाल में लायेंगे। कीर्ति ने कहा कि पीतल के बर्तनों में खाने पीने से कई प्रकार की बीमारियां दूर रहती हैं।




Conclusion:कीर्ति गोयल ने बताया कि पंजाब इन्वेस्टर्स कॉन्फ्रेंस में जाने का उन्हें बहुत फायदा मिला। उन्होंने बताया कि इन्वेस्टर्स कॉन्फ्रेंस में बहुत से इन्वेस्टर्स आए थे जिनसे उनकी मुलाकात भी हुई और उन्हें कीर्ति के पीतल के क्राफ्ट के बारे में पता लगा। कीर्ति ने बताया कि फिलहाल उनकी आमदनी अच्छी है, हालांकि बिजनेस में तब्दील हुए अभी 1 साल पूरा नहीं हुआ और इस साल उनका टर्नओवर 40 लाख तक पहुंचने वाला है। सरकार से मदद मिलने के बारे जब कीर्ति से पूछा गया तो कीर्ति ने बताया कि हरियाणा सरकार से किसी प्रकार के लोन की मांग उनकी तरफ से नहीं की गई। कीर्ति ने बताया कि फिलहाल वो पंजाब सरकार के साथ काम कर रही थी और पंजाब सरकार में मनिस्टर रहे नवजोत सिंह सिद्धू की तरफ से 10 लाख की ग्रांट सैंक्शन हुई थी। कीर्ति ने बताया कि वह आगे ग्रांट लेने की बजाय मुद्रा लोन लेने की सोच रही हैं।

बाइट - कीर्ति गोयल।
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.