पंचकूला: कोरोना वायरस को लेकर 3 मई तक पूरे देश को लॉकडाउन किया गया है. वहीं देश का पेट भरने वाले अन्नदाता किसान को हरियाणा सरकार द्वारा एक बड़ी राहत दी गई है. जिसके तहत आज से पूरे हरियाणा के किसान अपनी गेहूं की फसल मंडियों में लाकर बेच सकेंगे.
वहीं सुबह से ही विभिन्न गांव के किसान अपने गेहूं की फसल लेकर अनाज मंडी में पहुंच रहे हैं. किसानों की गेहूं बेचने के लिए पंचकूला प्रशासन द्वारा जिले में किसानों की सुविधा के लिए 24-26 गेहूं खरीद केंद्र बनाए गए हैं.
सैनिटाइजर की सुविधा
इन केंद्रों पर पर्याप्त मात्रा में सैनिटाइजर, दस्ताने, मास्क आदि उपलब्ध करवाने के साथ सामाजिक दूरी की पालना सुनिश्चित किया गया है. पंचकूला में जहां 3 गेहूं खरीद केंद्र बनाए जाते थे वहीं अब की बार इस लॉकडाउन में 24-26 गेहूं खरीद केंद्र बनाए गए हैं. जहां पर जाकर किसान अपने गेहूं की फसल बेच सकेगा.
एसएमएस भेजकर किसानों को बुलाया गया
इस बार गेहूं खरीद को लेकर प्रशासन द्वारा किसानों को एसएमएस भेजकर मंडियों में बुलाया जा रहा है ताकि मंडियों में ज्यादा भीड़ ना हो सके. इसके साथ ही किसान मंडी में पहुंचता है तो उसे सोशल डिस्टेंसिंग के लिए भी दिशा-निर्देश दिए जाते हैं और साथी मंडी में दाखिल होने पर किसान को और उसके वाहन को सैनिटाइज किया जाता है.
किसान व्यवस्था से खुश
पंचकूला की अनाज मंडी में पहुंचे किसान से ईटीवी भारत ने बात की. किसान ने बताया कि लॉकडाउन के दौरान गेहूं की खरीद में उन्हें किसी भी प्रकार की दिक्कत प्रशासन की ओर से नहीं आने दी जा रही, हालांकि लॉकडाउन के दौरान उन्हें लेबर की समस्या जरूर सामने आई थी.
आपको बता देंगे इस लॉकडाउन में किसानों की सुविधा के लिए सरकार ने प्रत्येक जिले में किसानों के नजदीक की खरीद केंद्र बनाए गए हैं और प्रत्येक खरीद केंद्र पर 2 हजार से 3 हजार क्विंटल गेहूं की आवाक की खरीद सुनिश्चित की गई है.
ये भी पढ़ें- अपना वादा भूले दुष्यंत चौटाला, उचाना की जनता को देना पड़ेगा टोल टैक्स
खरीद केंद्रों पर आने के लिए किसानों को पास उपलब्ध करवाए गए हैं ताकि एक समय में 5 से 6 किसान ही अपनी फसल मंडी में ला सके. पिछले सीजन में केवल पंचकूला, रायपुर रानी और बरवाला में ही तीन खरीद केंद्र बनाए गए थे लेकिन इस बार लॉकडाउन के चलते 26 खरीद केंद्र जिले में बनाए गए हैं जिसमें किसानों को सुविधाएं मुहैया करवाई जा रही है.