पंचकूला: मानेसर लैंड स्कैम मामले में आज विशेष सीबीआई अदालत में सुनवाई नहीं हो सकी. मामले में आरोपी और पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा कोर्ट में पेश नहीं हुए. बाकी कुछ आरोपी स्पेशल सीबीआई कोर्ट में पेश हुए. आरोपियों पर लगाए गए चार्ज पर आज सुनवाई में दोनों पक्षों के वकीलों में बहस होनी थी, जोकि आज नहीं हो सकी. वकील ने बताया कि मामले की अगली सुनवाई अब 23 नवंबर को होगी.
हाजरी माफी को लेकर लगाई गई याचिका
बचाव पक्ष के वकील ने बताया कि मानेसर लैंड स्कैम मामले में आज सुनवाई होनी थी. लेकिन भूपेंद्र सिंह हुड्डा किसी कारण व्यस्त होने के चलते आज कोर्ट में पेश नहीं हो सके.जिसके चलते कोर्ट में आज उनकी हाजरी माफी को लेकर याचिका लगाई गई.
पिछली सुनवाई में सिर्फ लगी थी आरोपियों की हाजरी
आपको बता दें कि पिछली सुनवाई के दौरान दिल्ली में वकीलों और पुलिस के बीच झड़प को लेकर जिला अदालत, पंचकूला के वकीलों ने भी वर्क सस्पेंड रखा. इस वजह से मानेसर लैंड मामले में सुनवाई नहीं हो सकी. हालांकि मामले के आरोपी हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा समेत अन्य सभी आरोपी पंचकूला की विशेष सीबीआई कोर्ट में पेशी पर पहुंचे थे, लेकिन आरोपों पर बहस के बजाय आरोपियों की केवल हाजरी ही लगी. कोर्ट ने मामले की आगामी सुनवाई के लिए 20 नवंबर की तिथि निर्धारित की थी.
जानें क्या है मामला ?
इस मामले में सीबीआई ने हुड्डा सहित 34 के खिलाफ 17 सितंबर 2015 को मामला दर्ज किया था. इसके बाद ईडी ने भी हुड्डा के खिलाफ सितंबर 2016 में मनी लॉन्ड्रिंग का केस दर्ज किया था. आरोप है कि अगस्त 2014 में गुड़गांव जिले में मानसेर, नौरंगपुर और लखनौला गांवों के किसानों और भू-मालिकों को जमीन अधिग्रहण का भय दिखाकर उनकी करीब 400 एकड़ जमीन औने-पौने दाम पर खरीदी गई थी. कांग्रेस की तत्कालीन हुड्डा सरकार के कार्यकाल में करीब नौ सौ एकड़ जमीन का अधिग्रहित कर उसे बिल्डरों को कम दाम पर बेचा गया था. लेकिन सब मुद्दों को कांग्रेस लगातार सियासी रंजिश का नाम दे रही है.
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