पंचकूला: राजस्थान में चल रही सियासी उठापटक के बीच हरियाणा कांग्रेस की ओर से पंचकूला में 'लोकतंत्र बचाओ-संविधान बचाओ' नाम से धरना दिया गया.वहीं हरियाणा कांग्रेस के पंचकूला में धरना देने पर बीजेपी प्रदेश प्रवक्ता प्रवीण अत्रे ने अपनी प्रतिक्रिया दी है.
हरियाणा बीजेपी प्रदेश प्रवक्ता प्रवीण अत्रे ने कहा कि कांग्रेस ने लगातार सत्ता में रहते हुए संविधान को धता बताया. उन्होंने कहा कि जब 1975 में देश में कांग्रेस में इमरजेंसी लगाई थी तो संविधान की हत्या हुई थी और कांग्रेस ने उस समय संविधान को पंगु कर दिया था. प्रवीण अत्रे ने कहा कि राजस्थान के अंदर गहलोत, बहुजन समाज पार्टी के सभी विधायकों को कांग्रेस में लाकर पार्टी को ही मर्ज करवा देते हैं और तब कांग्रेस को संविधान याद नहीं आया.
उन्होंने कहा कि राजस्थान में कांग्रेस की अपनी अंदरूनी लड़ाई है और इस अंदरूनी लड़ाई का नतीजा ये है कि कांग्रेस लगभग मृतप्राय होती जा रही है लेकिन कांग्रेस अपने इस लड़ाई का ठीकरा बीजेपी के सिर पर फोड़ने की कोशिश कर रही है. प्रवीण अत्रे ने कहा कि देश की जनता कांग्रेस के उन कार्यकलापों को नहीं भूली, जब कांग्रेस चुनी हुई राज्य सरकारों को भंग कर देती थी जिसका उदाहरण आंध्र प्रदेश और गोवा है.
हरियाणा बीजेपी प्रदेश प्रवक्ता प्रवीण अत्रे ने कहा कि जब से देश आजाद हुआ और देश के अंदर गणतंत्र लागू हुआ तब से 91 बार धारा 356 का कांग्रेस ने दुरुपयोग किया है लेकिन कांग्रेस अपने उनके कार्यकलापों को भूल के अपने इस अंदरूनी लड़ाई का ठीकरा बीजेपी पर थोपने की कोशिश कर रही है.
हालांकि राजस्थान में बीजेपी सरकार बना पाएगी या नहीं, इस पर प्रवीण अत्रे ने कहा कि भविष्य है और इस पर टिप्पणी करना उचित नहीं है क्योंकि फिलहाल कांग्रेस सरकार की अंदरूनी लड़ाई से राजस्थान की जनता त्रस्त है. उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी को देखते हुए गहलोत को जनता की परवाह तक नहीं है और गहलोत इस लड़ाई में उलझे हुए हैं.
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