करनाल: हरियाणा सरकार ने करनाल जिले के गांव निगदू के सरकारी स्कूल और सोनीपत के एक सरकारी स्कूल में शैक्षणिक सत्र शुरू करने का कार्यक्रम बनाया है, जिसके तहत गांव निगदू के सरकारी स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों के 95% से ज्यादा परिजनों ने स्कूल खोलने के लिए बकायदा लिख कर दिया है.
इसके बाद हरियाणा सरकार ने ये स्कूल शुरू करने का फैसला लिया है. साथ ही साथ स्कूल में पढ़ाने वाले अध्यापक स्टाफ और पढ़ने वाले बच्चों की वीडियोग्राफी कराई जाएगी. जिसे पूरे हरियाणा में भेजा जाएगा. ताकि भविष्य में प्रदेश के अन्य हजारों स्कूलों को भी खोला जा सके.
इन कक्षाओं के छात्र पढ़ेंगे
स्कूल के प्रिंसिपल धर्मपाल का कहना है कि गांव में शिक्षा का माहौल और परिजनों की बच्चों के भविष्य को लेकर चिंता ने बदलाव कर दिखाया है. उन्होंने कहा कि हरियाणा सरकार दसवीं और बारहवीं की कक्षाएं शुरू करने जा रही है. शुरुआत में परीक्षण के तौर पर सोनीपत और करनाल जिले के दो स्कूलों में जल्दी कक्षाएं लगेंगी. ये निर्णय दोनों स्कूलों के विद्यार्थियों के अभिभावकों के सर्वाधिक सहमति जताने पर लिया गया है.
किया गया था सर्वे
आपको बता दें कि स्कूल शिक्षा विभाग ने प्रदेश में बोर्ड परीक्षाओं की कक्षाएं शुरू करने के लिए बीते दिनों सर्वे कराया था. जिसमें करनाल जिले के वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय निगदू और सोनीपत जिले के उच्च विद्यालय बजीदपुर के विद्यार्थियों के अभिभावकों ने कक्षाएं शुरू करने को पूरे प्रदेश में सबसे ज्यादा अपनी सहमति दी है. शिक्षा निदेशालय ने दोनों जिलों के शिक्षा अधिकारियों को इन स्कूलों में कक्षाएं लगाने की पूरी तैयारी करने के निर्देश दिए हैं.
वीडियोग्राफी होगी
निदेशालय ने कहा है कि अनलॉक-4 के दौरान भविष्य में स्कूलों को खोलने के पूरे प्रबंध करने हैं. इसलिए करनाल और सोनीपत के एक-एक स्कूल में दसवीं और बारहवीं की कक्षा शुरू कर वीडियो बनाई जाएगी. इसका प्रसारण एजुसेट पर पूरे प्रदेश के विद्यार्थियों को दिखाया जाएगा. जिससे मानक संचालन प्रक्रिया का पालन विद्यार्थियों को कराने में मदद मिलेगी. फिल्म में पूरी जानकारी होगी कि कोविड के बावजूद कैसे पठन-पाठन कराया जाएगा. सामाजिक दूरी की पालना कैसे करनी है और किस तरह स्कूल में पढ़ना है.
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