सिरसा: भाजपा सांसद सुनीता दुग्गल ने संभावित तीसरे मोर्चे को लेकर सवाल खड़े किए ( Questions on Third Front Formation) हैं. सुनीता दुग्गल ने कहा कि तीसरे मोर्चे का कोई आधार नहीं है. खासकर हरियाणा में तो बिलकुल आधार नहीं है. उन्होंने कहा कि 25 सितंबर को होने वाली सम्मान दिवस रैली में देश भर के नेता ताऊ देवीलाल की जयंती समारोह में शिरकत करने आ रहे है. राजनीति के लिहाज से नहीं आ रहे है. सांसद ने यह बात रविवार को अपनें आवास पर मीडिया से बातचीत के दौरान कही है.
सांसद सुनीता दुग्गल ने कहा कि ताऊ देवीलाल किसान नेता थे सबके प्रिय नेता थे. हम सब ताऊ देवीलाल को याद करेंगे लेकिन तीसरे मोर्चे का कोई वजूद नहीं है. उन्होंने इनेलो पर तंज कसते हुए कहा कि हरियाणा में इनेलो का मात्र एक ही विधायक है. ऐसे में वो तीसरे मोर्चे का गठन किस आधार पर करेगी.
सुनीता दुग्गल ने कहा कि एनडीए के नेतृत्व में देश भर में विकास तेजी से हो रहा है. पीएम नरेंद्र मोदी को हर वर्ग और हर धर्म के लोग पसंद करते है. 2024 में भाजपा एक बार फिर अपना परचम लहराएगी. सांसद सुनीता दुग्गल ने दिल्ली के सीएम अरविन्द केजरीवाल पर भी निशाना साधा. उन्होंने कहा कि लोकसभा की 543 सीटों में से एक भी सांसद आम आदमी पार्टी का नहीं है. ऐसे में केजरीवाल जी देश बदलने की बात कैसे कर सकते है.
सुनीता दुग्गल एसवाईएल के मुद्दे (Sunita Duggal SYL Issue) पर भी अरविन्द केजरीवाल को घेरती हुई नजर आईं. उन्होंने कहा कि केजरीवाल की पार्टी की पंजाब में भी सरकार है. ऐसे में उनकी पार्टी को हरियाणा के हिस्से का पानी देना चाहिए. सांसद सुनीता दुग्गल ने अरविंद केजरीवाल को नसीहत देते हुए कहा कि अगर केजरीवाल के पास एसवाईएल मामले के समाधान का कोई मूल मंत्र है तो वह पीएम को दें.
सुनीता दुग्गल ने आदमपुर उपचुनाव (Sunita Duggal On Adampur By Election) में आम आदमी पार्टी की एंट्री पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि हरियाणा में आप का कोई आधार नहीं है. पंजाब के संगरूर में उप चुनाव में हार के बाद लोगों में आप की असलियत सामने आई. पंजाब में कांग्रेस से लोग परेशान हो चुके थे इसलिए एक विकल्प के रूप में आप को जनता ने चुना. पंजाब में सरकार बनने के 6 महीने में ही आप लोकसभा का उप चुनाव हार गई. वही सांसद सुनीता दुग्गल ने कहा कांग्रेस पर हमला बोलते हुए कहा कि कांग्रेस का जनता से कोई सरोकार नहीं है. कांग्रेस अपनी गुटबाजी के कारण ही अपना विश्वास खो चुकी है. कांग्रेसी नेता अपनी पार्टी की और ज्यादा ध्यान दे. कांग्रेस को जनता से कोई सरोकार नही है.