करनाल: सीएम सिटी करनाल को स्मार्ट सिटी बनाया जा रहा है, जिसके लिए कई सड़कों का विस्तारीकरण भी किया जा रहा है. जिसमें करनाल से कैथल रोड का काम भी युद्ध स्तर पर चल रहा है, लेकिन इसमें बिजली विभाग अपने काम को आसानी से करने और इंसानी जान को दांव पर लगाकर बिजली के 11 ट्रांसफार्मर को बिल्कुल दुकानों की पास में रखकर आने वाले समय में बड़े से बड़े हादसे को न्यौता है.
डर के साए में दुकानदार
करनाल कैथल रोड के व्यापारियों का कहना है कि अगर बिजली विभाग इस तरीके से दुकानों के सामने ट्रांसफार्मर लगा देगा तो सबसे पहले उनकी दुकानदारी खत्म हो जाएगी और 24 घंटे उनके सिर पर मौत का साया मंडराता रहेगा. उनका कहना है कि पहले ट्रांसफार्मर उनकी दुकान से 10 से 12 फुट की दूरी पर लगे होने के बाद भी कई बार बड़े-बड़े हादसे हो चुके हैं जिसमें कई लोगों को चोटिल होना पड़ा. कई बार ट्रांसफार्मर से चिंगारियां निकलती हैं, लाइन से तारे टूट कर नीचे गिर जाती हैं और कई बार ट्रांसफर में ब्लास्ट भी हो जाते हैं.
ट्रांसफार्मर की वजह से पहले लग चुकी है आग
प्रदीप कुमार जो अपनी मिठाई की दुकान चलाते हैं, उन्होंने बताया कि पिछले दिनों उनकी दुकान में इन्हीं ट्रांसफार्मर की वजह से आग लग गई थी जिसका उनको बहुत भारी नुकसान हुआ था. उनका कहना है कि अब ट्रांसफार्मर बिल्कुल दुकान की जड़ में लगाए जा रहे हैं जो कि उनके लिए भारी समस्या पैदा कर सकते हैं. उन्होंने कहा कि ना तो हम ठीक प्रकार से अपनी दुकान चला पाएंगे और ना ही डर के मारे कोई ग्राहक उनकी दुकान पर आ सकेगा. ऐसा ही रहा तो यहां के दुकानदारों को आत्महत्या तक करनी पड़ सकती है.
व्यापारियों ने बताया कि वे पिछले 1 हफ्ते से लगातार प्रशासन के आला अधिकारियों के दरवाजे खटखटा रहे हैं, लेकिन उन्हें कोई भी आश्वासन नहीं मिल रहा है. व्यापारी अनिल कुमार ने बताया कि करनाल को स्मार्ट बनाने के लिए कई योजनाएं बनाई गई है जिन पर काम चल रहा है, लेकिन सरकार का सबसे पहले यह भी दायित्व बनता है कि लोगों की सुख-सुविधाओं को मध्य नजर रखते हुए ही काम किया जाए.
व्यापारियों ने उपायुक्त से की मुलाकात
गुरुवार को वार्ड नंबर-17 के पार्षद जोगिंदर शर्मा के साथ मिलकर सभी व्यापारियों ने करनाल उपायुक्त निशांत कुमार यादव से मुलाकात की. पार्षद ने बताया कि उपायुक्त ने उनको पूरा आश्वासन दिया है कि इसके लिए वे बिजली विभाग के अधिकारियों से बैठक कर इसका ठोस हल निकालेंगे और किसी के साथ नाइंसाफी नहीं होगी.
बहरहाल स्मार्ट सिटी करनाल को स्मार्ट बनाने के लिए कई प्रोजेक्ट पर काम चल रहा है, लेकिन इस बात का भी ध्यान रखना जरूरी है कि करनाल को स्मार्ट बनाते हुए लोगों की जान खतरे में ना डाली जाए. अब देखना ये होगा कि उपायुक्त के आश्वासन के बाद करनाल कैथल रोड के व्यापारियों का हल निकल के सामने आता है या इसके लिए फिर से व्यापारियों को अपने आंदोलन को तेज करना पड़ेगा.
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