करनाल: किसानों के लिए इस सीजन 114 किस्म की मोटी धान (परमल धान) की फसल सोना साबित हो रही है. भले ही इस बार पैदावार बारिश के कारण इतनी अच्छी न हुई हो, लेकिन ऊंचा भाव मिलने से कुछ हद तक इस नुकसान की भरपाई होने की संभावना है. इन फसलों के जो भाव किसानों को मिल रहें हैं, वो बीते साल से ज्यादा हैं, जिसकी खुशी किसानों के चेहरे पर साफ दिखाई दे रही है. मोटी धान का एमएसपी 2040 रुपए है, जबकि मंडियों में किसानों की 114 किस्म की मोटी धान 2250 रुपये तक बिक रही है. अभी सरकारी खरीद शुरू न होने के चलते प्राइवेट एजेंसी धान की खरीद (paddy harvest in karnal) कर रही है.
किसानों का कहना है कि 114 किस्म की मोटी धान और 126 किस्म की धान का अच्छा भाव मिल रहा है. इस बार बेशक इन फसलों का उत्पादन कम हो लेकिन ऊंचा भाव मिलने से नुकसान की भरपाई हो सकेगी. किसानों ने कहा कि अबकी बार बारिश की वजह से किसानों की पैदावार कम हुई है, लेकिन कहीं ना कहीं धान का अच्छा भाव मिलने के चलते किसानों की कुछ भरपाई हो सकती है. अगर पिछले दो-तीन वर्षों की बात करें तो जो धान का एमएसपी मूल्य होता था उससे भी दो सौ से तीन सौ रुपए कम तक धान की खरीद की जाती थी. धान में नमी का हवाला देकर 200 से 300 रुपये प्रति क्विंटल के हिसाब से काट दिए जाते थे, लेकिन इस बार एमएसपी से 200 रुपये ज्यादा 114 किस्म की मोटी धान और 126 किस्म की धान खरीदी जा रही है, जिससे किसानों के चेहरे पर खुशी दिखाई दे रही है.
अगर एक्सपर्ट की बात करें प्यार 114 किस्म की मोटी धान का चावल बारीक होने के कारण इसको बासमती के चावल में मिक्स किया जाता है. जिसके चलते इसके भाव अच्छे मिलते हैं और यहां से चावल विदेशों में एक्सपोर्ट होता है. इसी के चलते इसके दाम अब के वर्षों पहले से अच्छे मिल रहे हैं.
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