करनाल: प्याज की बढ़ी कीमतों को देखते हुए प्रशासन एक्शन में आ गया है. फूड एंड सप्लाई डिपार्टमेंट के अधिकारियों ने प्याज की जमाखोरी रोकने के लिए टीमें बनाई हैं. ये टीमें शहर में जगह-जगह छापामारी कर प्याज का स्टॉक जमा करके रखने वाले व्यापारियों और आढ़तियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करेंगी.
आम जनता की पहुंच से दूर प्याज
शहर की सब्जी मंडी में इन दिनों प्याज कुछ एक दुकानों में ही देखने को मिल रहा है. प्याज आम जनता की पहुंच से बाहर हो गया है. अब आम लोगों ने भी धारना बना ली है कि वो प्याज के बिना ही खाना बनाएंगे. अधिकतर महिलाओं ने भी प्याज के दामों में बढ़ोतरी के कारण प्याज खरीदना ही छोड़ दिया है.
अगर खरीद भी रहे है तो नाम मात्र का. बहुत कम दुकानों में प्याज है जहां है वहां पर भी दुकानदार ग्राहकों का इतंजार कर रहे हैं. सब्जी मंडी के प्रधान कमलजीत शर्मा के मुताबिक, अभी प्याज की कीमतें बढ़ी हुई हैं. जब तक बाहरी प्रदेशों का प्याज नहीं पहुंचता तब तक यही स्थिति बनी रहेगी.
जमाखोरी रोकने के लिए छापेमारी
फूड सप्लाई की टीमें भी छापेमारी कर प्याज स्टॉक ना करने की हिदायतें दे रही हैं. वहीं फूड सप्लाई इंस्पेक्टर इंद्र संधू का कहना है कि प्याज की कीमतें बढ़ने के बाद सरकार ने थोक व्यापारियों और खुदरा व्यापारियों के लिए स्टॉक की लिमिट तय कर दी है. यदि लिमिट से ज्यादा स्टॉक हुआ तो कार्रवाई की जाएगी.
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