करनाल: हरियाणा के लोन दिलाने के नाम पर धोखाधड़ी करने वाले गिरोह के खिलाफ पुलिस को बड़ी सफलता (Kurukshetra Police arrested the accused ) मिली है. जिला पुलिस कुरुक्षेत्र ने लोन दिलवाने के नाम पर धोखाधड़ी करने के आरोपियों से 50 हजार नकदी और 8 मोबाइल फोन बरामद करने में सफलता हासिल की है. साइबर अपराध अन्वेषण शाखा ने लोन दिलवाने के नाम पर धोखाधड़ी करने के आरोप में 12 मई 2022 को ऋषिकेश तिवारी और एक अन्य महिला को गिरफ्तार किया था. ऋषिकेश उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर का रहने वाला है और फिलहाल गाजियाबाद के इंदिरापुरम में रह रहा है. वहीं महिला दिल्ली के भजनपुरा में रहती है.
आरोपियों को गिरफ्तार करने के बाद कोर्ट में पेश किया गया था. जहां से कोर्ट ने उन्हें पुलिस की रिमांड में भेज दिया. पुलिस रिमांड मिलने पर आरोपियों से पूछताछ के दौरान उनके कब्जे से 50 हजार नकदी और 8 मोबाइल फोन बरामद करने में सफलता मिली. पुलिस आरोपियों में गहन पूछताछ में जुटी है.
क्या है पूरा मामला: कुरुक्षेत्र के गुमथला गढू थाना सदर पेहवा के रहने वाले सिन्द्रपाल ने 3 मार्च 2022 को पुलिस को अपनी शिकायत में बताया कि उसके पास किसी मनीश कुमार के मोबाइल न. 93686-77561 से फोन आया. उसने बताया कि वह किसी लोन दिलाने वाली कम्पनी से बोल रहा है. वह कहने लगा कि अगर आपको लोन की जरूरत है, तो वह आपको लोन दिलवा देगा. ऐसे में सिन्द्रपाल उसकी बातों में आ गया और उसने उससे कुछ जरूरी कागजात मंगवा लिये. उसके बाद उसने उसको अपनी बातों में फंसा कर उसके द्वारा भेजे गये अलग-अलग खातों में करीब 14,46,622/-रुपये जमा करवा लिये. उसके बाद भी उसने न तो उसको कोई लोन दिलवाया और न ही उसके पैसे वापस किये. इस तरह से वह धोखाधड़ी का शिकार हो गया. जिसकी शिकायत पर थाना सदर पेहवा में मामला दर्ज करके जांच साइबर अपराध अन्वेषण शाखा को सौंपी गई.
वहीं, 12 मई 2022 को साइबर अपराध अन्वेषण शाखा के प्रभारी उप निरीक्षक सुभाष चन्द की अगुवाई में उप निरीक्षक राजेश कुमार की टीम ने मामले में गहनता सें जांच करते हुए ऋषिकेश तिवारी और मामले में संलिप्त महिला को गिरफ्तार कर लिया. इसके बाद आरोपियों को अदालत में पेश करके अदालत के आदेश से 5 दिन की पुलिस रिमांड पर लिया गया.
आरोपी ऐसे करते थे ठगी: इसके बाद, 13 मई 2022 को उप निरीक्षक राजेश कुमार की टीम आरोपियों के बताये अनुसार इस गिरोह की एक अन्य महिला सदस्य जो गाजियाबाद की रहने वाली है उसे भी गिरफ्तार कर लिया. आरोपियों ने पुलिस की पूछताछ पर बताया कि वह अलग-अलग फोन नम्बरों से ग्राहकों के पास फोन करके सस्ते ब्याज दर पर लोगों को लुभाने का काम करते थे और उसके गिरोह के साथी उनके साथ धोखाधड़ी (cheated in the name of getting loans) करके उनसे पैसों की ठगी कर लेते थे. पुलिस टीम ने रिमांड अवधि के दौरान आरोपी ऋषिकेश तिवारी से 5 हजार रुपये नकदी और 2 मोबाइल फोन, एक आरोपी महिला से 20 हजार रुपये नकदी और 2 मोबाइल फोन और दूसरी आरोपी महिला से 25 हजार रुपये नकदी और 4 मोबाइल फोन बरामद कर लिये. फिलहाल जांच जारी है.
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