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विश्वस्तरीय बनेगा हरियाणा का कृषि उद्योग, 22 देशों के साथ हुए MOU - करनाल की ताजा खबर

कृषि को विश्वस्तरीय बनाने और किसानों को नई तकनीकों से रूबरू कराने के लिए हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय ने 22 देशों के साथ एमओयू(MOU) पर हस्ताक्षर किए हैं. जिसके तहत इन देशों के साथ कृषि को लेकर वैचारिक, शैक्षणिक और नई तकनीक को आदान प्रदान किया जाएगा.

HAU signs MoU with 22 countries
विश्वस्तरीय बनेगा हरियाणा का कृषि उद्योग, 22 देशों के साथ हुए MOU पर हस्ताक्षर
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Published : Aug 24, 2021, 4:51 PM IST

करनाल: हरियाणा में कृषि को उन्नत बनाने, जल संरक्षण और रसायनिक उर्वरकों में कमी लाने को लेकर आज करनाल के कृषि विज्ञान केंद्र(Krishi Vigyan Kendra Karnal) उचानी में किसान गोष्ठी का आयोजन किया गया. इस गोष्ठी में विभिन्न जिलों से आए किसानों ने हिस्सा लिया. वहीं हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय(HAU) हिसार के उप कुलपति डॉ. बीआर कंबोज (Vice Chancellor Dr. BR Kamboj) ने मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत की. पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने कहा कि हरियाणा सरकार किसानों और कृषि को आगे बढ़ाने के लिए हर स्तर पर सुविधाएं मुहैया करा रही है.

डॉ. कंबोज ने कहा कि आज कृषि का स्वरूप बदल रहा है जिसके साथ किसानों को भी अपडेट होने की आवश्यकता है. तभी वो खेती को फायदे के सौदे में बदल सकता है. आज की कार्यशाला में किसानों को जल बचाने, उन्नत बीजों के इस्तेमाल, रासायनिक खादों के सीमित प्रयोग, फसल विविधीकरण और अपने उत्पादों में वेल्यू एडिशन कर उसकी मार्केटिंग के बारे में विस्तार से बताया गया.

विश्वस्तरीय बनेगा हरियाणा का कृषि उद्योग, 22 देशों के साथ हुए MOU पर हस्ताक्षर

ये भी पढ़ें: VIDEO VIRAL: जानिए कहां किसानों के विरोध से डरे जेजेपी नेता दीवार फांदकर भागे

डॉ. कंबोज ने कहा कि कृषि को विश्वस्तरीय बनाने और किसानों को नई तकनीकों से रूबरू कराने के लिए कृषि विश्वविद्यालय हिसार ने 22 देशों के साथ एमओयू (MOU) किया है. जिसके तहत इन देशों के साथ कृषि को लेकर वैचारिक, शैक्षणिक और तकनीकी आदान प्रदान किया जाएगा. बहरहाल जो लोग कृषि को व्यवसाय के रूप में अपनाना चाहते हैं उनके लिए विश्वविद्यालय स्तर पर हिसार में एबीक(ABIK)की स्थापना की गई है. जहां उन्हें एक छत के नीचे कृषि उद्योग स्थापित करने की सभी सुविधाएं दी जाएंगी. वहीं इस गोष्ठी में आए किसानों ने भी नई तकनीकी के इस्तेमाल और समूह बनाकर खेती करने की बात कही.

करनाल: हरियाणा में कृषि को उन्नत बनाने, जल संरक्षण और रसायनिक उर्वरकों में कमी लाने को लेकर आज करनाल के कृषि विज्ञान केंद्र(Krishi Vigyan Kendra Karnal) उचानी में किसान गोष्ठी का आयोजन किया गया. इस गोष्ठी में विभिन्न जिलों से आए किसानों ने हिस्सा लिया. वहीं हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय(HAU) हिसार के उप कुलपति डॉ. बीआर कंबोज (Vice Chancellor Dr. BR Kamboj) ने मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत की. पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने कहा कि हरियाणा सरकार किसानों और कृषि को आगे बढ़ाने के लिए हर स्तर पर सुविधाएं मुहैया करा रही है.

डॉ. कंबोज ने कहा कि आज कृषि का स्वरूप बदल रहा है जिसके साथ किसानों को भी अपडेट होने की आवश्यकता है. तभी वो खेती को फायदे के सौदे में बदल सकता है. आज की कार्यशाला में किसानों को जल बचाने, उन्नत बीजों के इस्तेमाल, रासायनिक खादों के सीमित प्रयोग, फसल विविधीकरण और अपने उत्पादों में वेल्यू एडिशन कर उसकी मार्केटिंग के बारे में विस्तार से बताया गया.

विश्वस्तरीय बनेगा हरियाणा का कृषि उद्योग, 22 देशों के साथ हुए MOU पर हस्ताक्षर

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डॉ. कंबोज ने कहा कि कृषि को विश्वस्तरीय बनाने और किसानों को नई तकनीकों से रूबरू कराने के लिए कृषि विश्वविद्यालय हिसार ने 22 देशों के साथ एमओयू (MOU) किया है. जिसके तहत इन देशों के साथ कृषि को लेकर वैचारिक, शैक्षणिक और तकनीकी आदान प्रदान किया जाएगा. बहरहाल जो लोग कृषि को व्यवसाय के रूप में अपनाना चाहते हैं उनके लिए विश्वविद्यालय स्तर पर हिसार में एबीक(ABIK)की स्थापना की गई है. जहां उन्हें एक छत के नीचे कृषि उद्योग स्थापित करने की सभी सुविधाएं दी जाएंगी. वहीं इस गोष्ठी में आए किसानों ने भी नई तकनीकी के इस्तेमाल और समूह बनाकर खेती करने की बात कही.

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