करनाल: मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि मामले में जो भी दोषी होगा उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी. बता दें कि छात्र की मौत पर विरोध-प्रदर्शन कर रहे छात्रों के समूह को तितर-बितर करने के लिए पुलिस ने शुक्रवार को लाठीचार्ज किया.
जिसके बाद से ये मामला तूल पकड़ता जा रहा है. जिसे देखते हुए उपायुक्त विनय प्रताप सिंह ITI संस्थान पहुंचे. जहां उन्होंने कॉलेज प्रबंधक समेत अध्यापकों से बातचीत की. इस दौरान पुलिस द्वारा पकड़े गए छात्रों के परिवार वाले भी मौजूद रहें.
'पुलिस ने की गलत कार्रवाई'
पीड़ित परिजनों का कहना है कि पुलिस की कार्रवाई गलत है. पुलिस बच्चों को क्लास से उठाकर ले गई है. जिन्होंने हंगामा किया वो तो मौके से भाग गए और पुलिस ने हमारे बच्चे पकड़ लिए. इतना ही नहीं छात्रों के परिजनों ने सामाजिक संस्थाओं के साथ मिलकर डीसी को ज्ञापन सौंपा है.
'अध्यापकों पर भी पुलिस ने बरसाई लाठियां'
वहीं कॉलेज प्रिंसिपल का कहना पुलिस ने अध्यापकों पर जमकर लाठियां बरसाई और बेगुनाहों की पिटाई की. इतना ही नहीं प्रिसिंपल ने इस पूरे मामले को शर्मनाक बताया.
'दोषियों के खिलाफ होगी सख्त कार्रवाई'
वहीं करनाल उपायुक्त का कहना है कि सारी जानकारी कमेटी बनाकर दी जाएगी. जो भी दोषी होगा उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी. इससे पहले उन्होंने कहा था कि शरारती तत्वों ने गलत तरीके से जाम लगाने की कोशिश की थी. जिसकी वजह से उनपर लाठियां बरसानी पड़ीं.
शुक्रवार को पुलिस ने छात्रों पर किया लाठीचार्ज
गौरतलब है कि शुक्रवार को हरियाणा रोडवेज की बस से ITI छात्र की दुर्घटना में मौत हो गई थी. जिसके बाद छात्रों ने प्रशासन के खिलाफ मोर्चा खोल दिया. पुलिस और छात्रों के बीच पथराव हुआ. जिसके बाद कॉलेज कैंपस में घुसकर पुलिस ने छात्रों पर लाठीचार्ज किया और कई छात्रों को हिरासत में लिया.
शुरू हुई सियासत
वहीं इस पूरे मामले पर अब सियासत भी शुरू हो गई है. सभी राजनीतिक पार्टियां जमकर बीजेपी पर आरोप लगा रही हैं. रणदीप सिंह सुरजेवाला ने इस पूरे मामले की निंदा करते हुए खट्टर सरकार को 'निर्मम और बेरहम सरकार' की संज्ञा दे डाली.
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करनाल में हरियाणा पुलिस द्वारा ITI में घुसकर निर्दोष व निहत्थे छात्र-छात्राओं और स्टाफ़ पर नृशंस लाठीचार्ज की मैं घोर निंदा करता हूँ।
— Randeep Singh Surjewala (@rssurjewala) April 12, 2019 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
CM खट्टर जी सरकार चलाने में लगातार विफल रहे हैं, उनके शासन में पुलिस बार-बार अपराधियों के सामने बेबस और नागरिकों पर पूरी तरह बेक़ाबू नजर आती है! pic.twitter.com/F1gicEvY9f
">करनाल में हरियाणा पुलिस द्वारा ITI में घुसकर निर्दोष व निहत्थे छात्र-छात्राओं और स्टाफ़ पर नृशंस लाठीचार्ज की मैं घोर निंदा करता हूँ।
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CM खट्टर जी सरकार चलाने में लगातार विफल रहे हैं, उनके शासन में पुलिस बार-बार अपराधियों के सामने बेबस और नागरिकों पर पूरी तरह बेक़ाबू नजर आती है! pic.twitter.com/F1gicEvY9fकरनाल में हरियाणा पुलिस द्वारा ITI में घुसकर निर्दोष व निहत्थे छात्र-छात्राओं और स्टाफ़ पर नृशंस लाठीचार्ज की मैं घोर निंदा करता हूँ।
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CM खट्टर जी सरकार चलाने में लगातार विफल रहे हैं, उनके शासन में पुलिस बार-बार अपराधियों के सामने बेबस और नागरिकों पर पूरी तरह बेक़ाबू नजर आती है! pic.twitter.com/F1gicEvY9f
पहले छात्रों से साथ नहीं हुई ऐसी घटना- भूपेंद्र हुड्डा
इतना ही नहीं इस पूरे मामले पर भूपेंद्र हुड्डा ने ट्वीट कर कहा कि हरियाणा में पहले कभी बच्चों के साथ ऐसी घटना नहीं हुई थी. इतना ही नहीं उन्होंने ये भी कहा कि इतनी बर्बर कार्रवाई बिना सरकार के आदेश के नहीं हो सकती.
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बेहद दुःखद !! हरियाणा बनने के बाद से बच्चों के साथ ऐसी बेरहमी का बर्ताव शायद ही हुआ हो, न केवल छात्र,बल्कि छात्राओं,ITI स्टाफ,यहाँ तक कि प्रिंसिपल तक को नही बख्शा गया। ऐसी बर्बर कार्यवाही सरकार के इशारे के बिना संभव नही है।
— Bhupinder S Hooda (@BhupinderSHooda) April 12, 2019 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
सरकार अविलम्ब गिरफ्तार छात्रों को छोड़े,शांति बहाल करे। https://t.co/uIuBaElyan
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सरकार अविलम्ब गिरफ्तार छात्रों को छोड़े,शांति बहाल करे। https://t.co/uIuBaElyanबेहद दुःखद !! हरियाणा बनने के बाद से बच्चों के साथ ऐसी बेरहमी का बर्ताव शायद ही हुआ हो, न केवल छात्र,बल्कि छात्राओं,ITI स्टाफ,यहाँ तक कि प्रिंसिपल तक को नही बख्शा गया। ऐसी बर्बर कार्यवाही सरकार के इशारे के बिना संभव नही है।
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सरकार अविलम्ब गिरफ्तार छात्रों को छोड़े,शांति बहाल करे। https://t.co/uIuBaElyan
ये है पूरा मामला
गुरुवार को बस एक्सीडेंट में आईटीआई के छात्र की मौत हो गई थी. आरोपी की गिरफ्तारी को लेकर छात्रों ने नेशनल हाइवे-1 को जाम करने की कोशिश की. इस बीच छात्र और पुलिस के बीच जमकर पत्थरबाजी हुई.
दरअसल आरोपी की गिरफ्तारी को लेकर छात्रों ने नेशनल हाइवे को जाम कर दिया था. जाम खुलवाने के लिए भारी पुलिस बल मौके पर पहुंचा. काफी कोशिशों के बाद भी जब छात्र नहीं माने तो पुलिस ने आंसू गैंस के गोले छोड़े और हवाई फायर किया.
उसके बाद गुस्साए छात्रों ने पुलिस के ऊपर पत्थरबाजी की. पत्थरबाजी में पुलिस के कई जवान घायल हो गए. जवाबी कार्रवाई में पुलिस ने छात्रों के ऊपर लाठीचार्ज किया. पुलिस वालों ने छात्रों के साथ छात्रों पर भी लाठीचार्ज किया. पुलिस कर्मियों ने अध्यापक और प्रिंसिपल तक को नहीं बख्शा.
जब पुलिस अधीक्षक सुरेंद्र भौरिया से इस बारे में बातचीत की गई तो उन्होंने कहा कि छात्र की मौत मामले में जांच के लिए कमेटी गठित की गई है. लेकिन कुछ शरारती तत्वों ने जाम लगाने की कोशिश की जो कि कानून के विरूध है. जब हमने उन्हें जाम लगाने से रोका तो शरारती तत्वों ने उनके ऊपर पत्थरबाजी की. जिसमें पुलिस के कई जवान घायल हो गए.